मुम्बई (Mumbai) साइबर पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से कथित तौर पर फ़ोन टैपिंग मामले में आईपीएस (IPS) अफसर रश्मि शुक्ला (Rashmi Shukla) का बयान दर्ज किया है। इस बारे में एक अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी। शुक्ला पर आरोप है कि उनके द्वारा की गई फ़ोन टैपिंग के कारण पुलिसकर्मियों के तैनाती से संबंधित डाक्यूमेंट्स सार्वजनिक हुए हैं।
अधिकारी ने जानकारी दी कि, ‘शुक्ला का बयान पिछले हफ्ते हैदराबाद में दर्ज किया गया है। फिलहाल जहां शुक्ला केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) दक्षिण जोन में अतिरिक्त महा निदेशक के पद पर है। शुक्ला का बयान दर्ज कराने के लिए मुम्बई के बीकेसी साइबर पुलिस ठाणे का एक दल 19 और 20 मई को हैदराबाद पहुंचा था। अधिकारी ने बताया कि, शुक्ला ने इस संबंध में दर्ज एफआईआर में लगाए गए आरोपों से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के ओर से दर्ज कराई गई कम्पलेंट पर इस साल मार्च महीने में मुम्बई के बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ कथित तौर पर गैर कानूनी तरीके से फ़ोन टैपिंग करने का मामला सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।
शुक्ला पर फ़ोन टैपिंग का मामला तब का है, जब वे महाराष्ट्र खुफिया विभाग की प्रमुख थी। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कथित तौरपर शुक्ला के द्वारा महाराष्ट्र के तत्कालीन पुलिस महा निदेशक को लिखे पत्र का जिक्र किया था। जिसमें पुलिस विभाग में ट्रांसफर में धांधली के आरोप थे।
इस पत्र में फ़ोन टैप करने का भी ब्यूरो था। जिसके बाद महाविकास आघाडी सरकार के नेताओं ने आरोप लगाया था कि शुक्ला ने परमिशन लिए बिना फ़ोन टैप किया था।
Report by : Rajesh Soni
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