Fancy Dress Competition: मराठा आरक्षण के लिए दो महीने से संघर्ष कर रहे ये कार्यकर्ता आज घर पहुंच गए हैं. घर में सबसे छोटे से लेकर सबसे बड़े तक हर कोई जानता है कि “मनोज जारांगे पाटिल” कौन हैं। कुछ दिनों तक मनोज जारांगे पाटिल भी ट्रेंडिंग में रहे थे. वे अब इतने मशहूर हैं कि उन पर कई वीडियो भी बन चुके हैं.
मनोज जारांगे पाटिल ही एक ऐसा नाम है जो पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है. मराठा आरक्षण के लिए लड़ने वाले इस शख्स ने आरक्षण के लिए आखिरी दम तक लड़ाई लड़ी, ये लड़ाई अभी भी जारी है. अनशन कर मनोज जारांगे ने दिखा दिया कि कोई भी आंदोलन शांतिपूर्ण हो सकता है और आंदोलन सरकार को झुका सकता है. मनोज जारांगे का यह आंदोलन इतना उग्र हो गया कि कई जगहों पर आग लगा दी गई और नेताओं की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. ऐसी स्थिति थी कि सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया और जारांगे पाटिल भी पीछे नहीं हटे। आख़िरकार मनोज जारांगे की लगन और दृढ़ता को देखते हुए सरकार ने एक उपाय निकाला और उनसे समय मांगा। अब जारांगे ने अपनी भूख हड़ताल वापस ले ली है.
मराठा आरक्षण के लिए दो महीने से संघर्ष कर रहे ये कार्यकर्ता आज घर पहुंच गए हैं. घर में सबसे छोटे से लेकर सबसे बड़े तक हर कोई जानता है कि “मनोज जारांगे पाटिल” कौन हैं। कुछ दिनों तक मनोज जारांगे पाटिल भी ट्रेंडिंग में रहे थे. वे अब इतने मशहूर हैं कि उन पर कई वीडियो भी बन चुके हैं.
सोलापुर के एक स्कूल में, एक युवा छात्र ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में मनोज जारांगे पाटिल की वेशभूषा धारण की। ये वीडियो वायरल हो गया है. ये तो कुछ भी नहीं, सोलापुर में ही एक परीक्षा में पता चला कि उत्तर पुस्तिका में ‘एक मराठा, करोड़ मराठा’ लिखा हुआ था. देखिये, जारांगे पाटिल कितने मशहूर हो गये हैं! एक लड़का पहली कक्षा में है, एक बारहवीं कक्षा में है! प्रथम वर्ष के लड़के ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में मनोज जारांगे को प्रसिद्ध किया और 12वें वर्ष में सीधे उत्तर पुस्तिका में लिखा।(Fancy Dress Competition)
12वीं के पेपर में केवल राजनीति विज्ञान के पेपर में ही यह उपलब्धि हासिल हुई है। फैंसी ड्रेस का वीडियो देखकर खुद जारेंज पाटल की आंखों में भी आंसू आ जाएंगे. यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि मनोज जारांगे सिर्फ उपवास तक ही सीमित नहीं हैं, वह पहली से बारहवीं कक्षा तक, बच्चों से लेकर बूढ़ों तक मशहूर हो चुके हैं।