महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने ईद-उल-फितर मनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार, किसी प्रकार का जुलूस, धार्मिक, सामाजिक-सांस्कृतिक अथवा राजनीतिक कार्यक्रमों के योजना की परमिशन नहीं होगी। खुले मैदान और मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगाई गई है। सरकार ने अपील की है कि लोग अपने घरों में रहकर शांति से त्योहार मनाएं।
कोरोना (Corona) महामारी को देखते हुए मंगलवार को गृह। विभाग के उप सचिव संजय खेडेकर ने इस मनाने के संबंध में सर्कुलर जारी किया है। परिपत्रक में मुस्लिम धर्म के अनुयायियों से ईद सादगी से और अपने घरों में रहकर ही मनाने की अपील की गई है। इस साल ईद 13 या 14 मई को मनाई जाएगी।
सरकार ने धार्मिक स्थल बंद होने के चलते धर्मगुरु, सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनेताओं, स्वयंसेवी संस्थाओं को सादगी से ईद मनाने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कहा है। ईद मनाते समय सरकार के ब्रेक द चेन के आदेश का कड़ाई से पालन करना पड़ेगा।
गृह विभाग के सर्कुलर में कहा गया है कि राज्य में धारा 144 लागू है। लॉकडाउन (Lockdown) की पाबंदियां जारी हैं। इसलिए सामान की खरीदारी के लिए बीएमसी (BMC) और स्थानीय प्रशासन की ओर से निर्धारित समय का पालन करने के लिए कहा गया है। बाजार में समान खरीदने के लिए भीड़ नहीं करने की बात कही गई है। फुटपाथ पर फेरीवाले धंधा नहीं लगा सकेंगे। बिना कारण के लोग सड़क पर भीड़ जमा नहीं कर सकेंगे।
अगले 2 दिन में रमजान ईद और अक्षय तृतीया हैं। लेकिन कोरोना के कारण इन त्योहारों को रंग फीका पड़ गया है। बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इस साल भी दोनों त्योहारों को लेकर उत्साह भी नहीं दिख रहा है। दुकानें बंद हैं, कपड़ों, कॉस्मेटिक, जूते-चप्पल की दुकान आदि की खरीदारी नहीं हो पा रही है।
Report by : Rajesh Soni
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