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प्रमोशन में रिजर्वेशन को लेकर अब महाराष्ट्र की सरकार बुरी तरह से गिरती हुई दिखाई दे रही है।

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MVA एमवीए सरकार के संकट की जड़ें

प्रमोशन में रिजर्वेशन को लेकर अब महाराष्ट्र (Maharashtra) की सरकार बुरी तरह से गिरती हुई दिखाई दे रही है । वही पर अब प्रमोशन में रिजर्वेशन को रद्द करने के फैसले से जहां बैकवर्ड क्लास (Class) सरकार से नाराज है वहीं दूसरी तरफ मराठा (Maratha) क्रांति (Kranti) मोर्चा ने भी सरकार को चेतावनी देकर उनकी मुश्किलों को बढाने का काम करती नजर रही है। मराठा क्रांति मोर्चा ने सरकार को धमकी भरी चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने प्रमोशन में रिजर्वेशन के आदेश को वापस नही लेती तो मजबूत कोई ऐसा कदम उठाने पर मजबूर ना करे बरन उनके पास आंदोलन के अलावा और कोई रास्ता नही है और यह आंदोलन कभी भारी लड़ेगा ऐसे लावजो में धमकी दी है ।

महाराष्ट्र सरकार ने 7 मई को प्रमोशन में रिजर्वेशन रद्द करने की एक सुचि निकली गए थी। लेकिन सरकार ने इस फैसले के दौरान प्रमोशन में आरक्षण के लिए राज्य मंत्रिमंडल द्वारा बनाई गई उपसमिति को अपने विश्वास में नहीं लिया था। इस प्रकार के भी आरोप सरकार पर लगाए गए हैं। मराठा क्रांति मोर्चा के ऑर्डिनेटर वीरेंद्र पवार ने मांग की है कि सरकार अब इस फैसले को वापस ना ले। वरना मराठा क्रांति मोर्चा सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को अब तैयार है और जल्द ही होगा सिर्फ आंदोलन ही आंदोलन करते हुए नजर आएंगे मराठा क्रंति कारी ।

वही ये कहा जारहा है कि की मनमर्जी के करण मराठा आरक्षण रद्द हुआ प्रमोशन में रिजर्वेशन ओबीसी नेता प्रकाश शेंडगे ने आरोप लगाते हुए कहा है कि महा विकास अघाड़ी के नेताओं मनमर्जी के चलते प्रमोशन में आरक्षण रद्द हुआ है। पिछड़ा वर्ग की पदोन्नति रोकने का यह फैसला किसी कैबिनेट की बैठक में नहीं लिया गया, यह सबसे गलत और गंभीर बात है। महा विकास अघाड़ी सरकार के नेताओं की नजर अंदाज की वजह से यह जीआर निकाला गया। इस फैसले के लिए अजित पवार मामले के जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ अजित पवार है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए ।

Report by : Geeta Yadav

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