Malad Police : मलाड पुलिस ने हाल ही में ₹12 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में तीन रियल एस्टेट निदेशकों को गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब एक निवेशक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि निदेशकों ने उन्हें एक प्रोजेक्ट में निवेश करने के लिए बहकाया, लेकिन इसके बाद न तो प्रोजेक्ट पूरा हुआ और न ही उनका पैसा वापस किया गया। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार निदेशकों ने एक आकर्षक रियल एस्टेट प्रोजेक्ट का प्रस्ताव दिया, जिसमें उन्होंने निवेशकों को यह बताया कि प्रोजेक्ट जल्दी ही पूरा हो जाएगा और उन्हें अच्छे रिटर्न का लाभ मिलेगा। निवेशकों ने विश्वास करते हुए बड़ी राशि का निवेश किया, लेकिन समय के साथ प्रोजेक्ट की प्रगति में कोई सुधार नहीं हुआ। जब निवेशकों ने अपने पैसे की मांग की, तो निदेशकों ने उन्हें टालने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाने शुरू कर दिए। ( Malad Police )
इस धोखाधड़ी के मामले की जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि निदेशकों ने न केवल इस एक प्रोजेक्ट में, बल्कि कई अन्य प्रोजेक्ट्स में भी इसी तरह की धोखाधड़ी की थी। उन्होंने विभिन्न निवेशकों से बड़ी रकम इकट्ठा की थी, लेकिन काम का कोई ठोस प्रमाण नहीं दिया। इसके परिणामस्वरूप, कई निवेशक अपनी पूरी पूंजी खो बैठे। पुलिस ने निदेशकों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें धोखाधड़ी, धोखाधड़ी से संपत्ति का हनन, और आपराधिक साजिश शामिल हैं। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उनके कार्यालयों और संपत्तियों पर छापेमारी की, जहां उन्हें कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं, जो उनके धोखाधड़ी के मामलों को साबित करने में मदद कर सकते हैं। ( Malad Police )
मलाड पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी ने इन निदेशकों के साथ किसी प्रकार का लेन-देन किया है या उन्हें धोखा दिया गया है, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें। पुलिस का मानना है कि यह मामला केवल एक ही समूह तक सीमित नहीं है, और संभावित अन्य पीड़ितों को सामने आने की आवश्यकता है। इस मामले ने रियल एस्टेट उद्योग में धोखाधड़ी की गंभीरता को उजागर किया है और इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
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