सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) द्वारा मराठा (Maratha) आरक्षण रद्द करने के बाद से मराठा (Maratha) समाज बहुत ज्यादा आक्रोशित है। वहीं मराठा (Maratha) आरक्षण को लेकर सत्ता और विपक्ष के नेताओं के बीच जोरदार जुबानी जंग भी शुरू हो चुकी है। इस बीच मराठा (Maratha) समाज के कार्यकर्ताओं ने मुम्बई से सटे ठाणे जिले के दीवा में सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ रविवार को प्रदर्शन किया।
छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर भारत मराठा संघ(बीएमएस) के करीब 10 से 12 प्रदर्शनकारियों ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के विरोध में सिर मुंडवाया और बैनर दिखाए। इस मौके पर बीएमएस नेताओं ने महाविकास आघाडी सरकार के और विपक्षी नेताओं की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने मराठा समाज को मझधार में छोड़ दिया है।
इस संगठन के कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि समाज के लोग आरक्षण के लिए सड़कों पर उतरेंगे और कहा कि वे सांसद, विधायक और मंत्रियों को सड़कों पर चलने नहीं देंगे। बता दें कि, मराठा आरक्षण रद्द होने के बाद मराठा समाज के नेताओं की बीड जिले में एक महत्त्वपूर्ण बैठक हुई थी।
इस बैठक के बाद मराठा समाज के नेताओं ने पूरे महाराष्ट्र में 15 मई यानी लॉकडाउन खत्म होने के बाद राज्यव्यापी आंदोलन करने की धमकी दी है। वहीं मराठा समाज के नेताओं ने आने वाले समय में आंदोलन को तेज करने की भी धमकी दी है। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार भी मराठा आरक्षण पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लेकर पूर्णविचार याचिका दायर करने पर भी विचार कर रही है।
Report by :Rajesh Soni
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