आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर और भुवैकुंठ में पांडुरंगा के दर्शन के लिए पंढरपुर (pandarpur) में संत मुक्ताबाई पालकी समारोह को पांच दिनों के लिए आयोजित किया गया था। फिर शनिवार को समारोह की शुरुआत मुक्ताईनगर की वापसी यात्रा से हुई। आज संत मुक्ताबाई की पालकी की मुक्ताईनगर पहुंच गई है।
मुक्ताबाई की पालकी को लेकर मुक्ताईनगर से 40 वारकरियों का दल आषाढ़ी वारी के लिए पंढरपुर गया था। कल गोपाल काला की रस्म पुरी करने के बाद मुक्ताबाई की पालकी मुक्ताईनगर पहुंच गई है। पालकी समारोह का वारकरी एवं भक्तों ने हरिनाम के जाप से स्वागत किया है।