ईडी (ED)अधिकारियों के लिए फिरौती मांगने के आरोपी जितेंद्र नवलानी की एसआईटी जांच बंद कर दी गई है। राज्य सरकार ने बॉम्बे हाई कोर्ट में इसकी जानकारी दी।
शिवसेना नेता संजय राउत ने व्यवसायी जितेंद्र नवलानी पर रंगदारी का आरोप लगाया था। राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार के सत्ता में होने के दौरान इस मामले में एसआईटी जांच शुरू की गई थी।
संजय राउत ने आरोप लगाया था कि मुंबई के कारोबारी जितेंद्र नवलानी ईडी अधिकारियों के नाम का इस्तेमाल कर बिल्डरों से वसूली का रैकेट चला रहे हैं। 2015 से 2021 के बीच नवलानी ने फिरौती के तौर पर करीब 58.96 करोड़ रुपये की वसूली के लिए ईडी अधिकारियों के नाम का इस्तेमाल किया। जितेंद्र नवलानी पर भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया के करीबी होने का आरोप था।
आरोपों की जांच के लिए मुंबई पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया था। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मई में मामला दर्ज किया था। एसबी ने जितेंद्र नवलानी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था।
बुधवार को मुंबई हाई कोर्ट में जस्टिस नितिन जमादार और जस्टिस एन.आर. बोरकर की पीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। उस समय एवडोकेट अरुणा पई ने बताया कि एसआईटी की जांच बंद कर दी गई है।
जितेंद्र नवलानी मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी और लोक अभियोजक के बीच 5 जुलाई को इस मामले पर चर्चा हुई थी। इसमें जांच अधिकारी ने बताया कि एसआईटी की जांच बंद की जा रही है।
मुंबई पुलिस आयुक्त की अनुमति से एसआईटी जांच को बंद कर दिया गया था क्योंकि फिरौती और धोखाधड़ी के आरोपों में कोई तथ्य नहीं पाया गया था।
Reported By :- Rajesh Soni