Mumbai-Pune : बीच रोजाना यात्रा करने वाले लोग जानते हैं कि यह यात्रा सामान्यतः 3-4 घंटे की होती है। कुछ लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं, जबकि कुछ अन्य रस्ते मार्ग से। लेकिन अब एक नई तकनीक की मदद से यह यात्रा महज 25 मिनट में पूरी होगी। यह संभव हो रहा है हायपरलूप के जरिए। हायपरलूप बुलेट ट्रेन से भी तेज होगी और इस माध्यम से यात्रा करने वाले लोग काफी आरामदायक और सुसाट यात्रा का अनुभव करेंगे।
हायपरलूप में एक बार में 24 से 28 लोग यात्रा कर सकेंगे। हायपरलूप का प्रोजेक्ट मुंबई-पुणे लिंक के रूप में दुनिया का सबसे लंबा हायपरलूप ट्यूब बनने जा रहा है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इस प्रोजेक्ट पर रेलवे मंत्रालय और आईआईटी मद्रास मिलकर काम कर रहे हैं। यह हायपरलूप प्रोजेक्ट एशिया का सबसे लंबा हायपरलूप ट्यूब होगा, जिसकी लंबाई 410 मीटर होगी। (Mumbai-Pune)
15 मार्च को, रेल मंत्रालय और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने आईआईटी मद्रास में हायपरलूप प्रोजेक्ट की प्रगति का निरीक्षण किया था। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के इलेक्ट्रॉनिक्स घटक चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में विकसित किए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट का कार्य अब तेजी से प्रगति कर रहा है। रेल मंत्री ने सोशल मीडिया पर अपनी आईआईटी मद्रास यात्रा का एक वीडियो भी शेयर किया।
हायपरलूप, बुलेट ट्रेन से कहीं ज्यादा तेज़ होगी। इसमें बिजली की खपत भी बहुत कम होगी। हायपरलूप ट्यूब में घर्षण नहीं होने के कारण इसका वेग 1100 से 1200 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकता है। भारतीय रेलवे द्वारा विकसित हायपरलूप का अधिकतम वेग 600 किलोमीटर प्रति घंटा होगा। रिपोर्ट के अनुसार, हायपरलूप की प्रारंभिक गति 360 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। (Mumbai-Pune)
इस नए हायपरलूप सिस्टम से मुंबई-पुणे यात्रा अब सुपरफास्ट और अधिक सुविधाजनक बन जाएगी।
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