कोरोना (Corona) की जानलेवा दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए देश के कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। जिसके कारण एक बार फिर लोगों को पैसों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते कई लोगों को EMI चुकाने में समस्या हो रही है। ऊपर से इस कोरोना काल में कई लोगों के नौकरी-धंधे ठप पड़ चुके हैं। नौकरी -धंधा ठप पड़ जाने के कारण आखिर ऐसे लोग ईएमआई भरे तो भरे कैसे? ऐसे ही ईएमआई के बोझ के तले दबे गरीब मुंबईकरों का दर्द मेट्रो मुम्बई ने जाना है।
हमारी मेट्रो मुम्बई की रिपोर्टर स्वाति द्विवेदी और प्रीति विश्वकर्मा ने उत्तर मुम्बई के कांदिवली पूर्व स्थिति झिवला पाड़ा की एक चाल में रहने वाली गरीब महिला से EMI भरने को लेकर उनकी समस्याओं के बारे में जाना है। इस चाल में रहने वाली माधुरी नाम की एक गरीब महिला ने स्वाति को बताया कि, ‘मैंने 4 बैंकों से घर चलाने के लिए छोटे-छोटे लोन लिए थे। पहले काम-धंधा होने के कारण वो लोन मैं चुका देती थी। पर अब उनका काम ठप पड़ा हुआ। वहीं बैंक वाले उन्हें थोड़ी भी राहत नहीं दे रहे हैं। बैंक वालों का कहना है कि, अब सब कुछ शुरू हो गया है, आपको पैसे भरने होंगे। वहीं माधुरी को राज्य और केंद्र सरकार से किसी भी तरह की मदद नहीं मिल रही है।
माधुरी दूसरों के घरों के काम घर काम करना अपना जीवन का गुजर बसर करती है। पर पिछले साल से लॉकडाउन के कारण उनकी पास काम नहीं। ऐसी ही अवस्था ज्यादातर गरीब मुंबईकरों की है। इन लोगों की तकलीफ ना तो सरकार और ना ही बैंक समझती है। हमारा चैनल मेट्रो मुम्बई लगातार ईएमआई माफी को लेकर लगातार आवाज उठाता रहा है। क्योंकि मेट्रो मुम्बई गरीबों के दर्द को समझता और जानता है।
Report by : Rajesh Soni