Mumbaikar : दूध को स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन डी और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जिससे डॉक्टर भी रोज़ एक गिलास दूध पीने की सलाह देते हैं। लेकिन हाल ही में एक बड़ा खुलासा हुआ है कि यही दूध अब लोगों के लिए ज़हर बनता जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि दूध में खतरनाक रसायन जैसे यूरिया, फॉर्मलीन, कास्टिक सोडा और डिटर्जेंट (जो कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल होता है) मिलाया जा रहा है।
राज्य में बड़े पैमाने पर दूध में मिलावट की घटनाएं सामने आई हैं। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री नरहरी झिरवल ने फरवरी में मुंबई के चार चेक पोस्टों पर अचानक छापा मारा। इस दौरान मुंबई आने वाले 98 दूध टैंकरों की जांच की गई, जिनमें भारी मात्रा में मिलावट पाई गई। मंत्री ने चेतावनी दी कि मिलावटखोरी में पकड़े जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। (Mumbaikar)
इससे पहले राज्य के बजट सत्र में विधानसभा में नकली पनीर का मुद्दा भी उठा था। विधायक विक्रम पिचड ने नकली पनीर के नमूने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे थे।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा 1 अप्रैल 2024 से 31 जनवरी 2025 के बीच दूध के 730 नमूने जांच के लिए लिए गए। इनमें से 50 नमूने निम्न गुणवत्ता के पाए गए, जबकि 11 नमूने पूरी तरह असुरक्षित थे। इसके अलावा 15 जनवरी को लिए गए 1094 नमूनों में से 126 नमूने मानकों के अनुरूप नहीं थे।
सरकार ने विधानसभा में इन तथ्यों को स्वीकार किया है और मिलावट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। (Mumbaikar)
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