पिछले महीने असम के दरांग जिले में पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच अतिक्रमण को लेकर एक हिंसक झड़प हुई थी। इस दौरान दो लोगों की जान भी चली गई थी।हालांकि इसी हिंसा के दौरान ढोलपुर गोरुखुटी क्षेत्र के एक फोटोग्राफर के शव के साथ पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल हो गया था। जिसके देश के विपक्ष के साथ साथ मानवाधिकार संगठनों और पाकिस्तान के मंत्रियों तक ने इस मामले की जमकर आलोचना करते हुए केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की थी। इसके कुछ दिनों बाद इसी घटना को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन(आईओसी) ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ उत्पीड़न और हिंसा की निंदा की है।
ओआईसीे ने एक और ट्वीट के जरिए लिखा है ,कि मामले में मीडिया रिपोर्ट्स शर्मनाक हैं। OIC ने कहा कि भारत सरकार और भारतीय अधिकारियों को इस मामले में एक जिम्मेदारी भरा रवैया अपनाना चाहिए।इसके अलावा, एक और ट्वीट में ये भी कहा गया कि भारत सरकार को मुस्लिम अल्पसंख्यकों की रक्षा करनी चाहिए और उनकी धार्मिक और सामाजिक मौलिक स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए। इस ट्वीट में ये भी लिखा था कि किसी भी राष्ट्रीय संप्रभुता वाले देश में बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने का तरीका सबसे बेहतर होता है। हालांकि, अभी तक भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी है|
Reported by – Brijendra Pratap Singh
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