कोरोना वैक्सीनेशन का बूस्टर डोज आज से सीनियर सिटीजन और फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए शुरू हो गया है। दोनों तबकों के लिएअतिरिक्त सुरक्षा के लिहाज से सरकार की यह अच्छी पहल है।
अभी वैक्सीन के दोनों डोज लेने वालों को लोकल में एंट्री है ।लेकिन एक डोज लेने वालों को अभी भी लोकल में एंट्री नहीं मिल पाई है। जहां तक कोरोना से सुरक्षा का सवाल है जिन्होंने अभी एक भी वैक्सीन नहीं ली है वे भी सुरक्षित हैं।
कई मामले ऐसे भी सामने आये हैं जिन्होंने वैक्सीन की दो डोज ले रखी है वे भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं । ऐसे में जब वैक्सीनेशन सुरक्षा की गारंटी नहीं है तो फिर एक डोज लेने वालों को लोकल में सफर करने से रोकना जायज नहीं लगता। हालांकि सरकार वैक्सीनेशन को अनिवार्य नहीं बताती है।
लेकिन एक डोज लेने वालों को लोकल ट्रेन में एंट्री से रोक लगाना कर एक तरीके से वैक्सीन को अनिवार्य बनाने की कोशिश की जा रही है। आज से फ्रंट लाइन वर्कर्स और सीनियर सिटीजन को बूस्टर डोज देना शुरू किया जा चुका है।
अगर हालात यही रहे आगे दो डोज लेने वालों को भी लोकल में एंट्री से रोका जा सकता है । हो सकता है भविष्य में सिर्फ बूस्टर डोज लेने वालों को ही लोकल में एंट्री मिले। आम मुम्बईकर कई महीनों से लोकल में सफर करने से वंचित है। लिहाजा एक डोज लेने वालों को भी लोकल में सफर करने की इजाजत दी जानी चाहिए।
Reported By – Hitendra Pawar
Also Read – आशीर शेलार को धमकी, चित्रा वाघ भड़की