KEM Hospital: मुंबई के KEM अस्पताल में मरीजों की जांच रिपोर्ट से बनी कागज की प्लेटों का इस्तेमाल किए जाने का दावा करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल के वीडियो में दिखाया गया कि कागज की प्लेटों पर अस्पताल और मरीजों के नाम तथा अन्य चिकित्सा विवरण अंकित थे। इसको लेकर हर जगह मामला गरमा गया। मुंबई की पूर्व मेयर और उद्धव ठाकरे की पार्टी की नेता किशोरी पेडनेकर ने एक्स पर वीडियो शेयर किया और नगर निगम की आलोचना की। उन्होंने कहा, “क्या हो रहा है? प्रशासन जागो…! इतना लापरवाह मत बनो।” (KEM Hospital plate news)
हे काय चाललंय ??
प्रशासन जागे व्हा…!
एवढा अंधाधुनी कारभार करू नका @mybmc @mybmcHealthDept pic.twitter.com/6gUw6BSSGA— Kishori Pednekar (@KishoriPednekar) July 5, 2024
KEM अस्पताल की डीन डॉ. संगीता रावत ने कहा, “ये प्लेटें मरीज की रिपोर्ट से नहीं बनाई गई थीं, बल्कि पुराने सीटी स्कैन फोल्डरों से बनाई गई थीं, जिन्हें रीसाइक्लिंग के लिए स्क्रैप डीलरों को दे दिया गया था।” बीएमसी के बयान के अनुसार, मरीजों को आमतौर पर उनके सीटी, एमआरआई और एक्स-रे के नतीजे मूर्त फ़ोल्डरों में मिलते हैं। ऐसे युग में जब डिजिटल समाधान विकसित हो रहे हैं, इन पुराने फ़ोल्डर सिस्टम को अंततः कबाड़ डीलरों को दे दिया गया। दुर्भाग्य से, कागज़ की प्लेटों में बदलने से पहले विशिष्ट फ़ोल्डरों का उचित तरीके से निपटान नहीं किया गया था। नगर निकाय ने ज़ोर देकर कहा कि स्क्रैप व्यापारी को सौंपा गया काम खराब तरीके से किया गया था। इस प्रक्रिया की देखरेख के लिए ज़िम्मेदार कर्मियों को बीएमसी द्वारा नोटिस जारी किए गए हैं।
हालांकि दूसरी ओर इस पर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं भी मिलीं – एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने बताया कि यह उन दस्तावेजों का अच्छे उपयोग के लिए एक अच्छी पहल है, जो बेकार हो गए हैं। अस्पताल के डीन ने बाद में स्पष्ट किया कि ये प्लेटें मरीजों की रिपोर्ट से नहीं, बल्कि पुराने सीटी स्कैन फोल्डरों से बनी थीं। इस लापरवाही में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई।