कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) के दौरान दवाओं के साथ-साथ ऑक्सीजन की भी भारी किल्लत देखने को मिली थी। वहीं ऑक्सीजन की मांग भी काफी बढ़ गई थी। इसी वजह से अब पुणे प्रशासन कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारी में जुट गया है। जाहिर है कि तीसरी लहर में भी दवाओं और टीकों के साथ-साथ ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ेगी। इसी के तहत ऑक्सीजन उत्पादन की योजना बनाई जा रही है।
पुणे और पिंपरी-चिंचवड सहित पुणे के ग्रामीण इलाकों में करीब 1,080 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। इसी पृष्ठभूमि में प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन की उपलब्धता के उपाय किए जा रहे हैं।
कोरोना की दूसरी लहर में पुणे में करीब डेढ़ लाख मरीज प्रभावित हुए थे। तीसरी लहर में यह संख्या डेढ़ गुना यानी करीब एक लाख 80 हजार कोरोना मरीजों के संक्रमित होने की संभावना है। इसी वजह से इतनी बड़ी संख्या में मरीजों को ऑक्सीजन, बिस्तर और सिलेंडर मुहैया कराने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
जिले में कोरोना की दूसरी लहर में एक दिन में सबसे ज्यादा 360 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग रही। उस समय विभिन्न अस्पतालों में एक लाख से ज्यादा मरीजों का ऑक्सीजन पर इलाज चल रहा था। ऑक्सीजन की इसी मांग को देखते हुए प्रशासन ऑक्सीजन के उत्पादन और भंडारण क्षमता को बढ़ाने पर काम कर रहा है।अगले तीन दिनों में ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए उद्योगों की भी मदद ली जाएगी
Report by : Rajesh Soni
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