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रामदास आठवले ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग दोहराई

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रामदास आठवले ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग दोहराई

महाराष्ट्र के होम मिनिस्टर अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप लगने के बाद से महाविकास आघाडी सरकार विरोधियों के निशाने पर है। इसी बीच केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने देश के गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को फिर से रिपीट किया है।

महाराष्ट्र में लगातार हो रहे घटनाक्रमों से राज्य की राजनीति में भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। विरोधी लगातार महाविकास आघाडी सरकार पर प्रहार कर रहे हैं। और महाराष्ट्र में बार-बार राष्ट्रपति शासन लगाने की अपनी मांग को भी दोहरा रहे हैं।

वहीं विपक्ष की इस मांग को लेकर शिवसेना नेताओं में भी हलचल साफ देखी जा सकती है। हालही में कई शिवसेना के नेताओं ने भी कहा था कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का माहौल तैयार किया जा रहा है।

इसी बीच एक बार फिर केंद्रीय मंत्री और अपनी शायराना अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने फिर एक बार महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को लेकर देश के होम मिनिस्टर अमित शाह को पत्र लिखा है।

अनिल देशमुख पर अवैध वसूली के रूप में 100 करोड़ रुपयों की वसूली करवाने के आरोप लगने के बाद मोदी सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की दिशा में कार्रवाई करने की मांग है।

रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने अपने द्वारा लिखे गए पत्र में पांच मुद्दे उठाए हैं। उन्होंने बताया कि, बिजनसमैन मुकेश अम्बानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी कार बरामद हुई है। जिसके कुछ दिन बाद मुम्बई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह एक पत्र सीएम उद्धव ठाकरे को लिखते हैं। इस पत्र में परमबीर सिंह अनिल देशमुख पर पुलिस का दुरुपयोग कर हर महीने 100 करोड़ रुपयों की वसूली करवाते थे, ऐसा आरोप परमबीर ने लगाया था।

इन सब कंडीशन को देखकर तो यही कहा जा सकता है कि महाराष्ट्र में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। पूरे प्रदेश में लॉ एंड आर्डर फैल हो चुकी है। आठवले (Ramdas Athawale) के अनुसार, कानून व्यवस्था ही नहीं बल्कि कोरोना (Corona) महामारी को संभालने में भी उद्धव (Uddhav Thackrey) सरकार पूरी तरह से असफल नजर आ रही है। महाराष्ट्र में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इन सभी परिस्थितियों के मद्देनजर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की जरूरत है ।

बता दें कि, कोरोना के मामलों में महाराष्ट्र (Maharastra) देश का नम्बर वन राज्य बनकर उभरा है। देश के 60 फीसदी से ज्यादा मामलें रोजाना महाराष्ट्र से आ रहे हैं। जिसके कारण कोरोना के रोकथाम के लिए राज्यों के कई हिस्सों में सरकार को सख्त लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू के जैसे कदम भी उठाने पड़े है।

Report by: Rajesh Soni

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