महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई इलाकों में एसटी कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। जिसके कारण अब तक नासिक जिले में 2100 बस यात्राएं रद्द कर दी गई हैं। वहीं हड़ताल का फायदा उठाते हुए प्राइवेट ट्रांसपोर्ट वालों ने किराया चौगुना कर दिया है।
राज्य सरकार में एसटी महामंडल के विलय की मांग को लेकर प्रदेश भर के कर्मचारी आक्रामक हैं। ऐन दिवाली से पहले हड़ताल के कारण आम जनता असमंजस में है। इस आंदोलन में नासिक संभाग के सभी 13 डिपो के कर्मचारी भाग लेते हुए नजर आ रहे हैं।
नासिक, येवला, मनमाड, मालेगांव, नंदगांव और जिले के अन्य तालुकों के कर्मचारी भी आंदोलन में शामिल हुए हैं। ऐसे में यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। दीपावली की छुट्टियों में कई कर्मचारी अपने परिवार के साथ गांव आए हैं। हड़ताल के कारण उन्हें काम पर लौटने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हड़ताल की वजह से कई लोग जगह-जगह एसटी डिपो पर फंस हुए हैं। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी परेशान हैं। मुंबई, पुणे, नगर, औरंगाबाद के लिए नासिक से बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है। खासकर नासिक एक औद्योगिक शहर के रूप में जाना जाता है। हालांकि एसटी हड़ताल के चलते यातायात ठप हो गया है।
दीपावली के लिए कई लोग अपने गांव गए थे। उन्हें नासिक में लाने और नासिक से बाहर निकालने के लिए निजी चालकों द्वारा सच में लूटमार की जा रही है। करीब तीन से चार गुना किराया वसूला जा रहा है। ऐसे में यात्रियों में भारी रोष है। मांग की जा रही है कि सरकार इस हड़ताल को जल्द से जल्द खत्म करे।
Reported By – Rajesh Soni
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