त्रिपुरा (Tripura) दंगों का असर महाराष्ट्र में साफ देखा जा सकता है। प्रदेश में सबसे ज्यादा हिंसा अमरावती जिले में हो रही है। कल से ही अमरावती जिले में तनाव और भय का माहौल बना हुआ है।
आज अमरावती शहर के राजकमल चौक पर भारी भीड़ जमा हो गई है। और दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की गई। अमरावती पुलिस और संरक्षक मंत्री द्वारा शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के आह्वान के बावजूद हिंसक घटनाएं हो रही हैं। पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए अमरावती में धारा 144 लागू कर दी है।
त्रिपुरा की घटना के विरोध में कल समाज के एक वर्ग द्वारा की गई लूटपाट, आगजनी और तोड़फोड़ का असर आज भी महसूस किया जा रहा है। अमरावती में आज सुबह भारी भीड़ सड़कों पर उतरकर नारेबाजी करने लगी।
शहर के राजकमल चौक इलाके में भीड़ ने एक दुकान में भी आग लगा दी। दुकान से सामान पहले हटा दिया गया था। हालांकि बाजार में लगी आग के कारण क्षेत्र में धुएं और आग के बड़े गुबार देखे गए। इस बीच पुलिस ने घटना को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, इसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई।
अमरावती में आज सख्ती बरती जा रही है। यहां भाजपा नेताओं ने मांग की है कि कल की हिंसा के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने संकल्प लिया है कि इसके बिना सड़कों पर उतरी भीड़ वापस नहीं लौटेगी। भाजपा नेताओं ने भी सभी दलों से राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने की अपील की है।
हिंसा को रोकने के लिए सरकार ने शहर में धारा 144 लागू कर दी है। जिसके कारण अब शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। धारा 144 लागू होने के बाद शहर में हिंसक घटना होने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी।
इस मामले में अधिकतम एक साल की जेल की सजा का प्रावधान है। इस बीच, अमरावती में दंगा दस्ते को तैनात किया गया है क्योंकि दोनों समूहों के बीच विवाद हिंसक हो गया है। शहर के कुछ हिस्सों में जहां भीड़ हिंसक हो गई है। वहीं शहर के बाकी हिस्सों में तनावपूर्ण शांति है।
Report By: Rajesh Soni
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