ताजा खबरेंमहाराष्ट्रमुंबई

Mumbai Water Crisis: मुंबई सहित पुरे महाराष्ट्र में भीषण जल संकट, सभी झीलों में खत्म हुआ पानी

2.7k
Mumbai Water Crisis: महाराष्ट्र में जल संकट, सभी झीलों में खत्म हुआ पानी

जुलाई का पहला हफ्ता बीतने के बावजूद बारिश जोर नहीं पकड़ रहा है. ऐसे में एक ओर जहा पानी की कटौती हो रही है, वहीं बुआई नहीं हो पाने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है. (Mumbai Water Crisis)

हालांकि राज्य में कई जगहों पर बारिश (Maharashtra Rain) हुई है, लेकिन बांधों में पानी का भंडारण पिछले साल के मुकाबले कम दर्ज किया गया है. जल संसाधन मंत्रालय की रिपोर्ट से पता चला है कि राज्य में करीब 985 टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है. इन आंकड़ों से पता चला है कि राज्य के कुल 795 गांवों और 3 हजार 157 वाड़ियों में टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति की जा रही है. ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, अंबरनाथ, पनवेल क्षेत्रों में नागरिकों को पानी की कमी का सामना करना पड़ा है और कम दबाव से पानी की आपूर्ति और ग्रामीण क्षेत्रों में एक दिन की पानी की आपूर्ति की स्थिति पैदा हो गई है। उत्तरी महाराष्ट्र के बांधों में जल भंडारण भी घटकर मात्र आठ फीसदी रह गया है. पश्चिमी महाराष्ट्र के बांधों में सिर्फ 18 फीसदी पानी बचा है. इस बीच, मराठवाड़ा में रुक-रुक कर हो रही बारिश से खरीफ की फसलें प्रभावित हुई हैं। (Mumbai Water Crisis)

मुंबई

सात बांधों के क्षेत्र में अभी भी संतोषजनक बारिश नहीं हुई है
सात बांधों में नौ फीसदी जल भंडारण : स्थिति चिंताजनक
आरक्षित जल का उपयोग फिलहाल बंद करने का निर्णय

ठाणे जिला

डोंबिवली के ग्रामीण इलाकों में एक दिन पानी की सप्लाई
कल्याण के कई इलाकों में कम दबाव से पानी की आपूर्ति
अंबरनाथ, बदलापुर शहरों में नागरिकों को टैंकरों का ही सहारा है

विदर्भ

ख़रीफ़ बुआई में कमी: वर्तमान में औसतन केवल 45.96 प्रतिशत क्षेत्र में ही बुआई हो पाती है
कई क्षेत्रों में धूल बुआई के उलट होने से दोहरी बुआई की समस्या बनी रहती है
आठ जिले सूखे; टैंकरों से पानी देकर फसल उगाने की कोशिश कर रहे हैं

मराठवाड़ा

रुक-रुक कर हो रही बारिश से ख़रीफ़ की फसलें प्रभावित: बमुश्किल 27 प्रतिशत वर्षा
कुल क्षेत्रफल का 15 से 20 प्रतिशत भाग बोया नहीं जा सकता
संभाजीनगर प्रभाग में फसलों के लिए कुएं का पानी

पश्चिमी महाराष्ट्र

फिलहाल पुणे के लिए अगस्त के अंत तक ही पर्याप्त पानी उपलब्ध है
सतारा, सांगली, कोल्हापुर, सोलापुर में जल भंडारण कम हो गया है
कोल्हापुर संभाग में चालू माह में अब तक 14 फीसदी बारिश हुई है

उत्तर महाराष्ट्र

चूंकि पूरा जिला सूखा है, इसलिए पानी की कमी की आशंका गंभीर है
जलगांव और धुले के कुछ तालुका अभी भी कमी से जूझ रहे हैं
जुलाई शुरू होने के बाद भी कई जगहों पर टैंकरों से जलापूर्ति

 

Also Read: बोरीवली से चर्चगेट के बीच शुरू होगी लेडीज स्पेशल लोकल ट्रेन

Advertisement

ब्रेकिंग न्यूज़

x