Mumbai Local : मुंबईकरों के जीवन में स्थानीय यात्रा अलिखित है। स्थानीय भीड़ और उससे होने वाली असुविधा कुछ लोगों को दैनिक आधार पर सहनी पड़ती है। हर व्यक्ति बस या ट्रेन से यात्रा करना पसंद करता है। फिर ट्रेन में चौथी सीट भी मिल जाए तो कोई दिक्कत नहीं. अगर आप भी लोकल से सफर कर रहे हैं तो अक्सर आपको भी चौथी सीट पर बैठना पड़ता है। ट्रेन में जो जगह मिलती है उसमें हम कैसे बैठें? लेकिन बैठने में सक्षम होने की संतुष्टि अधिक है। लेकिन क्या आप जानते हैं? क्या यह चौथी सीट जिस पर आप बैठे हैं, आपको बीमार बना रही है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, लोकल में ऐसी पोजीशन में बैठने से कमर दर्द का खतरा रहता है। इसके अलावा यह आपकी रीढ़ की हड्डी को भी नुकसान पहुंचा सकता है। ( Mumbai Local )
चौथी सीट के कारण कमर दर्द
वॉकहार्ट अस्पताल, मीरा रोड में सलाहकार आर्थोपेडिक सर्जन, आर्थ्रोस्कोपी, संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जन और खेल चोट विशेषज्ञ डॉ.। सारंग देशपांडे ने कहा कि पीठ दर्द का मतलब है पीठ के निचले हिस्से में दर्द, पीठ में खिंचाव या बैठने पर परेशानी। पीठ दर्द के कारण अक्सर रीढ़ की हड्डी और मांसपेशियों में दर्द होता है। उठना, बैठना, सोना जैसी सभी गतिविधियाँ इसी रीढ़ से संबंधित हैं। लोकल सफर के दौरान यात्री आए दिन सीट के लिए मारामारी कर रहे हैं । तो ऐसे में थके हुए यात्रियों को बीच में न होते हुए भी चौथी सीट मिल जाती है। लेकिन लगातार और उचित सहारे के बिना एक ही मुद्रा में बैठने से पीठ दर्द हो सकता है।
ऐसे में सफर के दौरान बार-बार लगने वाले झटके भी कई बार रीढ़ की हड्डी में परेशानी पैदा कर देते हैं। मानसिक तनाव और थकान के कारण हमारी पीठ की मांसपेशियां तनावग्रस्त हो जाती हैं । जो पीठ दर्द का कारण बनता है। डॉ. ने यह भी कहा कि इस स्थिति में कंधे झुकाकर, झुककर बैठने से पीठ में दर्द होता है। देशपांडे ने कहा है. ( Mumbai Local )
पीठ दर्द कैसे एक समस्या हो सकती है?
डॉ। देशपांडे ने कहा कि चौथी सीट पर बैठने पर दोनों पैरों पर समान भार रखने के बजाय एक पैर पर बहुत अधिक वजन रखने से भी पीठ दर्द होता है। शारीरिक गतिविधि की कमी से हमारी मांसपेशियां, हड्डियां, स्नायुबंधन और ऊतक कमजोर हो जाते हैं।