अमेरिका के एक सैन्य अड्डे ने अपने नागरिकों को छुड़ाने के प्रयास में काबुल हवाईअड्डे पर गोलीबारी की है। गोलीबारी में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह रॉयटर्स द्वारा रिपोर्ट किया गया। इस बीच हिंदुस्तान वापस लौटने के लिए कई भारतीय एयरपोर्ट पर उपस्थित है। गोलीबारी से नागरिकों में भय का माहौल है।
अफगानिस्तान अब तालिबान के कब्जे में है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए हैं। इस बिगड़ते हालात से अफगानिस्तान में अफरातफरी मच गई है। उस संदर्भ में, दुनिया भर के 60 से अधिक देशों ने तालिबान से अपने नागरिकों को सुरक्षित रिहा करने का आह्वान किया है।
तालिबान से अपने दूतावास के कर्मचारियों और नागरिकों को बचाने के लिए 6,000 अमेरिकी सैनिकों का एक दल अफगानिस्तान गया है। उन्होंने अमेरिकी दूतावास को पूरी तरह खाली कर दिया है।
भारत ने रविवार को अपने 124 नागरिकों और अन्य अफगानों को सुरक्षित स्वदेश भेज दिया। अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए भारत सरकार ने एयर इंडिया को दो और विमान तैयार रखने को कहा है। ब्रिटेन ने अपने दूतावास के अधिकारियों और नागरिकों की सुरक्षा के लिए 600 सैनिकों की एक टुकड़ी भेजी।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनिया गुटेरेस ने तालिबान से अफगानिस्तान में अपनी हिंसा समाप्त करने का आह्वान किया है। उन्होंने महिलाओं और बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा पर विशेष चिंता व्यक्त की।
इस मुद्दे पर भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक होने वाली है, जो तालिबान के अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद अब उथल-पुथल में है। बैठक की अध्यक्षता भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे।
भारत समेत दुनिया के बड़े देश अफगानिस्तान के हालात पर पैनी नजर रखे हुए हैं। आज की बैठक में अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण पर चर्चा होगी। लेकिन सवाल यह है कि अफगानिस्तान के मुद्दे पर कौन अगुवाई करेगा और कौन नेतृत्व करेगा।
Reported By- Rajesh Soni
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