इस समय राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत उत्तरी राज्यों में प्रदूषण का मुद्दा पूरे देश में उठाया जा रहा है। यहां तक की मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका है। वायु प्रदूषण के कारण नई दिल्ली के लोगों की सांसें रोके रखने के बाद अब तस्वीर सामने आई है कि मुंबई के नागरिक भी प्रदूषण की चपेट में हैं।
सोमवार को दक्षिण मुंबई की हवा दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित रही। समुद्र से आने वाली हवाएं, धीमी हवाएं और वाहनों से बढ़ता प्रदूषण इन सभी का दक्षिण मुंबई की हवा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। सोमवार को दक्षिण मुंबई का वायु गुणवत्ता सूचकांक दिल्ली के मुकाबले और भी अधिक रहा।
सोमवार को पूरी दिल्ली के मुकाबले कोलाबा इलाके में हवा बहुत खराब बताई गई। पूरे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 331 दर्ज किया गया। मुंबई के कोलाबा इलाके में एक्यूआई 345 रिपोर्ट किया गया है। जो दिल्ली से थोड़ा ज्यादा है। इसलिए मुंबई वालों को जिम्मेदारी लेनी होगी कि मुंबई दिल्ली न बने।
आज सुबह भी कल जैसा ही हाल देखने को मिला। जिसमें कोलाबा, मालाबार इलाके में कोहरे की चादर बिछी हुई थी। मुंबई के कोलाबा, मझगांव, बीकेसी, मलाड और अंधेरी इलाकों में एयर क्वालिटी खराब रही। वहीं, अगले 2-3 दिनों तक यही स्थिति रहने की संभावना है।
मुख्य रूप से भूमि से समुद्र की ओर हवा की दिशा के कारण सर्दियों में प्रदूषण बढ़ गया है। वहीं, वाहनों से होने वाले प्रदूषण और निर्माण कार्यों में वृद्धि के कारण धूल जमीन के पास हवा में बिना बहाए तैरती रहती है। इससे वातावरण में वायु प्रदूषित होती है। जानकारों का कहना है कि मुंबई के मौजूदा मौसम ने सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों की सांस की दिक्कतें बढ़ा दी हैं।
आज भी, मुंबई के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से अधिक है। मुंबई में आज टोटल एक्यूआई 280 पहुंच गया है। तो कोलाबा में एक्यूआई 370 तक पहुंच गया है। इसलिए मुंबईवासियों को भारी व्यायाम करने से बचना चाहिए, साथ ही सुबह-शाम बाहर भी जाने से बचना चाहिए।अगर काम करते समय आपको सांस लेने में तकलीफ महसूस हो तो काम करना बंद कर दें ताकि सांस लेने में और दिक्कत न हो। एन-95 मास्क का प्रयोग करें, जॉगिंग से बचें और व्यायाम के दौरान अधिक ब्रेक लें।
मुंबई की सड़कों पर वाहनों की भीड़ देखी जा सकती है. पिछले पांच साल में वाहनों का प्रदूषण दोगुना हो गया है। दूसरी ओर, लॉकडाउन के बाद कंपनियों के शुरू होने से प्रदूषण भी बढ़ा। वहीं सर्दियों में कम तापमान, बढ़ती नमी और कम हवा की गति बढ़ते प्रदूषण के अनुकूल माहौल बनाती है और यही कारण है कि वर्तमान तस्वीर यह है कि मुंबई भी दिल्ली जैसी हो गई है
Reported By: Rajesh Soni
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