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महाराष्ट्र में फिर से लॉकडाउन की अटकलें तेज, सरकार ने जारी की नई गाइडलाइंस

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महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस की जानलेवा तीसरी लहर अब सरकार और जनता को डराने लगी है। ऐसे में महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए बड़ा कदम उठाया है। अनलॉक में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के मद्देनजर उद्धव सरकार ने सोमवार यानी 28 जून से नई कोरोना गाइडलाइंस जारी कर दी है। इसके तहत प्रदेश भर में पाबंदियों को और सख्त किया गया है।

महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर को रोकने के लिए नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र में अब पाबंदियों को और सख्त किया गया है। वहीं सोमवार से लेवल 1 और लेवल 2 के जिलों को लेवल 3 में शिफ़्ट कर दिया गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने फिर से लॉकडाउन लगाने की भी चेतावनी दी है। क्योंकि पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में आरक्षण और एयरपोर्ट नामकरण के मुद्दे को लेकर बड़े -बड़े आंदोलन और मोर्चे निकल रहे हैं। जिनमें बड़े पैमाने पर लोगों की भीड़ इक्कठा हो रही है। जिससे एक बार फिर महाराष्ट्र कोरोना वायरस के फैलने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ गई है।

आपको मालूम हो कि महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के अनुसार अगले कुछ दिनों
में कोरोना की जानलेवा तीसरी लहर राज्य में दस्तक दे सकती है। तीसरी लहर में कोरोना के जानलेवा वैरिएंट डेल्टा प्लस से खतरा बढ़ गया है। अब तक महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस के 21 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं।

वहीं सूत्रों की माने तो, सीएम ठाकरे के साथ हुई टास्कफोर्स की बैठक में बताया गया कि, कोरोना की तीसरी लहर में राज्य भर में 50 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो सकते हैं। इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर में 5 लाख बच्चे भी कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं। वहीं कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना की दूसरी लहर के मुकाबले दोगुने लोगों के संक्रमित होने की संभावना जताई जा रही है। इसी वजह से खतरा भी दोगुना हो गया है।

बता दें कि, महाराष्ट्र सरकार ने राज्य भर में 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके तहत राज्य सरकार ने महाराष्ट्र को 5 चरणों में अनलॉक करने का फैसला लिया था। हालांकि राज्य सरकार ने लॉकडाउन या कड़े प्रतिबंध पर फैसला लेना अधिकार स्थानीय प्रशासन को दे रखा है।

वहीं पिछले साल भी अनलॉक के बाद जनता और सरकार दोनों लापरवाह हो गए थे। जिसका खामियाजा लोगों को कोरोना की जानलेवा दूसरी लहर में बड़ी संख्या में जान गंवाकर उठाना पड़ा था। अब एक बार फिर सरकार उसी गलती को दोहराना नहीं चाहती है। क्योंकि दूसरी लहर में कोरोना मरीजों के परिजनों को अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाईयों के लिए दर बदर भटकना पड़ा था। वहीं तीसरी लहर को दूसरी लहर से दोगुना खतरनाक बताया जा रहा है। ऐसे में सरकार कोई चांस नहीं लेना चाहती है। इसी वजह से सरकार ने सोमवार यानी 28 जून से राज्य में पाबंदियों और सख्त करने का निर्देश दिया है। अब सरकार के इस फैसले को लॉकडाउन की शुरुआत के तौरपर भी देखा जा रहा है।

Report by : Rajesh Soni

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