कल यानी 15 जून से स्कूल शुरू हो गए। बीएमसी स्कूलों(BMC School) में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पहले ही दिन 27 शैक्षणिक सामग्री देने की परंपरा रही है। लेकिन इस साल विद्यार्थियों को बैग नहीं मिला। यह आरोप भाजपा विधायक नितेश राणे ने लगाया है। बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल को पत्र लिखकर राणे ने जांच की मांग की है।
राणे ने स्कूल बैग के लिए बीएमसी द्वारा शुरू टेंडर प्रक्रिया पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि फरवरी में बैग के लिए टेंडर जारी किया गया था। लेकिन एक मंत्री के करीबी को फायदा पहुंचाने के लिए जून तक सिर्फ स्पष्टीकरण जारी किया गया।
इसके लिए बीएमसी को टेंडर के बारे में 14 संसोधन जारी करने पड़े। इस पूरी प्रक्रिया में देरी हुई। और अब ऐसा लग रहा है कि दिवाली तक ही बच्चों को बैग मिला पाएगा। आधा शैक्षणिक साल खत्म होने पर बच्चों को बैग मिले तो उसका क्या फायदा?
वहीं राणे ने आदित्य ठाकरे पर नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि, एक तरफ बीएमसी स्कूलों में इस साल 35 हजार बच्चें बढ़ने के लिए खुदकी प्रशंसा कर रही है। लेकिन दूसरी तरफ विद्यार्थियों को स्कूल के पहले दिन सामान नहीं मिले जिसकी वर्ष 2007 से परंपरा है। राणे ने बीएमसी कमिश्नर मामले में जांच की मांग की है।
Reported By :- Rajeh Soni
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