ताऊते, निसर्ग तूफान और भारी बारिश के कारण कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं इस तूफान में कई मर भी गए। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने चक्रवात प्रबंधन और स्थायी उपायों के लिए 3,000 करोड़ रुपये की घोषणा की है।
इस फंड की मदद से पालघर, ठाणे, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ जिलों में स्थिति से निपटने के लिए स्थायी उपाय किए जाएंगे।
पिछले कुछ दिनों में राज्य में प्राकृतिक आपदाओं की संख्या में इजाफा हुआ है। कुछ दिन पहले कुदरत और ताऊते चक्रवात ने कोंकण पर कहर बरपाया था। आंधी से किसानों के साथ-साथ व्यापारियों को भी भारी नुकसान हुआ है। किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई।
कुछ दिनों पहले हुई भारी बारिश के कारण कई लोगों की जान चली गई थी। कोंकण में नागरिकों के घरों में घुसा पानी इन आपदाओं से कोंकण के लोग हमेशा परेशान रहते हैं। राज्य सरकार ने कोंकण के लोगों की दुर्दशा से निपटने के लिए स्थायी उपाय करने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और स्थायी रूप से निपटने के लिए कोंकण को 3,000 करोड़ रुपये दिए हैं। कोंकण के पालघर, ठाणे, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ जिलों में 3,000 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न कार्य किए जाएंगे। इनमें मुख्य रूप से सन प्रोटेक्शन डैम, शेल्टर हाउस, अंडरग्राउंड केबलिंग शामिल होगी।
Reported by – Rajesh Soni
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