वागले एस्टेट के राकांपा कार्यकर्ता आजम खान (Aajam Khan) पर पिछले सोमवार को हमला हुआ था।इसके पीछे हमलावरों और मास्टरमाइंड का नाम लेने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जितेंद्र आव्हाड के मार्गदर्शन में और जिलाध्यक्ष आनंद परांजपे के नेतृत्व में एनसीपी ने आंदोलन के संकेत दिए थे।
पुलिस उपायुक्त डॉ विनय राठौर ने आनंद परांजपे को बताया कि इस चेतावनी के बाद कपूरबावड़ी पुलिस सक्रिय हो गई और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों को पकड़ने के लिए तीन दस्ते बनाए।
12 जुलाई को आजम खान अपने भतीजे के साथ किसी काम से भिवंडी जा रहे थे तभी हमलावरों ने उन पर तलवारों, लोहे के भाले और अन्य हथियारों से हमला कर दिया।
हमले में आजम खान गंभीर रूप से घायल हो गया। आजम खान ने कहा कि मुन्ना, लकी और अकबर हमले के मास्टरमाइंड थे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।
एनसीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को लेकर कपूरबावड़ी थाने पर धावा बोल दिया था. हालांकि, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल देशमुख ने आनंद परांजपे से आंदोलन न करने का आग्रह किया।
राठौर के मुताबिक, आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज मिल गए हैं और उनकी पहचान की पुष्टि हो गई है। इसलिए उन्हें कुछ घंटों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हालांकि, आनंद परांजपे ने कहा कि मुन्ना, लकी और अकबर नाम के स्थानीय गुंडे इलाके को आतंकित कर रहे थे और उन्होंने पहले एनसीपी कार्यकर्ता को रिवॉल्वर से धमकाया था।हमले को सुपारी से अंजाम दिया गया है.
इस बीच पिछले कुछ दिनों से राकांपा के लिए प्रचार कर रहे आजम खान पर सियासी दुश्मनी के चलते हमला किया गया।
Report by : Rajesh Soni
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