मराठवाड़ा (Marathwada) में जहां भारी बारिश से आम किसानों को परेशानी हो रही है, वहीं बाग-बगीचे भी अब तेज बारिश की चपेट में आ रहे हैं। औरंगाबाद, बीड और जालना में बड़ी संख्या में मौसंबी के बाग हैं। हालांकि, इन मौसंबी बागों में भारी बारिश के कारण मंगू रोग के कारण उत्पादन में गिरावट आई है। इसके अलावा फसलों की कीमतों में भी कमी आई है। किसानों को 900 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल ही मिल रहा है।
औरंगाबाद, बीड और जालना को मौसंबी हब के रूप में जाना जाता है। सैकड़ों किसान अब बीड जिले के किंगगांव में अपने मौसंबी बागों की कुलहाड़ी चला रहे हैं। बदलते मौसम और मौसम की कम कीमतों के कारण किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी चिंता को देखते हुए किसानों ने मौसंबी के बागों को काटने का फैसला किया है। जिस गांव में सैकड़ों एकड़ में मौसंबी के बाग लगाए गए थे। उसी जगह के बगीचे अब भूमिहीन हो गए हैं।
Reported By: Rajesh Soni
Also Read: https://metromumbailive.com/after-hindu-sages-and-saints-now-jain-monks-met-raj-thackeray/