मुम्बई (Mumbai) में जानलेवा कोरोना (Corona) वायरस की दूसरी लहर से शहर में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना (Corona) की वजह से लगभग शहर का मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर चरमरा चुका है। आलम यह है कि अब मुम्बई (Mumbai) में मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। हालात इस कदर चिंताजनक हो चुके हैं कि फ़िलहाल मुम्बई (Mumbai) के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में महज आईसीयू के 37 और बेंटिलेटर बेड ही शेष बचे हैं।
मुम्बई के कई अस्पतालों में बेड के अलावा ऑक्सीजन और दवाइयों की भी कमी है। वहीं ऑक्सीजन की कमी की वजह से कई प्राइवेट अस्पताल मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल्स में शिफ्ट करने की सलाह दे रहे हैं। उत्तर से लेकर दक्षिण मुम्बई के कई बड़े और छोटे अस्पतालों में ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा कमी है। इस बात को कोरोना टास्क फोर्स के डॉक्टर राहुल पंडित ने भी कबूला है।
डॉक्टर राहुल पंडित ने कहा कि, ‘मुम्बई में मेडिकल इमरजेंसी की जैसी स्थिति उत्पन्न होती दिखाई दे रही है। उन्होंने माना कि मुम्बई के स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक बोझ पड़ रहा है। वहीं इसी बीच बीएमसी कमिश्नर आई.एस. चहल ने शहर में ऑक्सीजन की कमी को लेकर एफडीए अधिकारी और ऑक्सीजन सप्लायर्स से बैठक की है।
बैठक में चहल ने साफ किया कि, वर्तमान समय में मुम्बई में 15 से 20 परसेंट ऑक्सीजन की अधिक जरूरत है। अधिकारी और सप्लायर्स ने बीएमसी कमिश्नर को आश्वासशन दिया है कि सोमवार से मुम्बई के अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की सेवाओं को मांग के अनुसार बढ़ा दिया जाएगा।
इसके अलावा आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से फ़ोन पर राज्य में ऑक्सीजन की कमी को लेकर बात की है। बातचीत के दौरान हर्षवर्धन ने ठाकरे को महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर आश्वाशन दिया है। वहीं उन्होंने आने वाले समय में महाराष्ट्र को 1200 से ज्यादा वेंटिलेटर देने की भी बात कही है।
Report by : Rajesh Soni
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