गरीब दलित और बहुजन समाज आज भी विकास से वंचित है। उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की जातियों को खानाबदोश बेसहारा के रूप में ए, बी, सी, डी श्रेणियों में बांटा जाना चाहिए। तभी आरक्षण (Reservation) के लाभ से वंचित मातंग समुदाय सहित उपेक्षित समुदायों को न्याय मिलेगा।ऐसी भूमिका बहुजन रयात परिषद के संस्थापक अध्यक्ष और पूर्व मंत्री प्रा. लक्ष्मण धोबले ने धुले में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान व्यक्त की।
साहित्यरत्न अन्नभाऊ साठे की जन्मशती के अवसर पर बहुजन रायतन परिषद नवनिर्धर संवाद अभियान चला रही है। इस अवसर पर उत्तर महाराष्ट्र के दौरे पर आए पूर्व मंत्री प्रा. लक्ष्मणराव धोबले ने धुले में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
Report by : Rajesh Soni
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