महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Corona) की जानलेवा दूसरी लहर ने बहुत ज्यादा हाहाकार मचाया था। वहीं अब राज्य में कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदाजा लगाया जा रहा है। वहीं तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक (Dangers) साबित हो सकती है, ऐसा हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है। इसी वजह से राज्य सरकार बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए हर जरूरी इंतजाम कर रही है।
वहीं बीएमसी भी मुम्बई में बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए शहर में विशेष कोविड अस्पताल का निर्माण करवा रही है। वहीं आज हमने भी मुंबईकरों से बच्चों पर कहर ढहाने वाली संभावित कोरोना की तीसरी लहर के बारे में जाना। हमारे रिपोर्टर स्वाति ने एक व्यक्ति ने कहा कि, ‘कोरोना अब नेचरल है, सबको ध्यान देना चाहिए। और सरकार को भी बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अब तक महाराष्ट्र में सिर्फ मई महीने के भीतर 34 हजार 486 बच्चें कोरोना वायरस से पॉजिटिव हो चुके हैं। वहीं यह आंकड़ें घटने के बदले लगातार बढतें ही जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, ‘1 से 26 मई तक 10 साल तक के 34 हजार 486 बच्चें जानलेवा कोरोना वायरस के शिकार हुए हैं। एक मई को जहां महाराष्ट्र में पॉजिटिव बच्चों की संख्या 1 लाख 38 हजार 576 थी। जो बढ़कर 26 मई को 1 लाख 73 हजार 060 हो गई। 1 मई को 11 से 20 साल के 3 लाख 11 हजार 455 मरीज थे। वहीं 26 मई को इस आयु वर्ग के मरीजों की संख्या 3 लाख 98 हजार 266 हो गई है।
Report by : Rajesh Soni
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