आपराधिक जांच विभाग यानी (सीआईडी) के हाथ बड़ी सफलता लगी है। क्योंकि सीआईडी
गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाने में कामयाब मिली है। वहीं सुरेश पुजारी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। फिलहाल यह गैंगस्टर महाराष्ट्र एटीएस के गिरफ्त में है। गैंगस्टर सुरेश पुजारी पर 24 गंभीर अपराधों के तहत मामला दर्ज है। जिसके कारण पुजारी मुंबई से भागकर दुबई में रह रहा था।
सुरेश पुजारी (Suraj Pujari) को भारत वापस लाने के लिए आपराधिक जांच विभाग पिछले तीन साल से कोशिश कर रहा था। कल उनका प्रयास सफल रहा। पुजारी को कल दिल्ली लाया गया था। हालांकि, मुंबई क्राइम ब्रांच को सुपुर्द किए बिना उसकी हिरासत महाराष्ट्र एटीएस को सौंप दी गई है।
सुरेश पुजारी का जन्म 1975 में मुंबई के घाटकोपर इलाके में हुआ था। उसका परिवार मूल रूप से कर्नाटक का रहने वाला है। उसने छठी कक्षा तक शिक्षा प्राप्त की है। पुजारी शुरू में बिजली का काम कर रहा था। लेकिन फिर उसने सट्टा लगाना शुरू कर दिया। उस समय उसके खिलाफ 1993 में ठाणे में हाफ मर्डर का मामला दर्ज किया गया था। बाद में उस पर 2002 में चोरी का आरोप दर्ज हुआ था।
साल 2005 में वह ठाणे जेल में रवि पुजारी के भाई से मिले। सुरेश पुजारी 2006 में महेश भट्ट फायरिंग में शामिल था। पुलिस सुरेश पुजारी को पकड़ने प्लेटिनम शॉपिंग मॉल गई थी। उस वक्त उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। सुरेश पुजारी ने 2007 में भारत छोड़ दिया था। रवि पुजारी ने अपने जवाब में क्राइम ब्रांच को बताया था कि सुरेश पुजारी ने 2008 में उसे दुबई बुलाया था और वहां से गैंग चलाने की बात कही जा रही थी।
सुरेश पुजारी के खिलाफ 24 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 6 मामले मोक्का के तहत दर्ज किए गए हैं। सुरेश पुजारी 2006 से 2011 तक रवि पुजारी के साथ काम कर रहे थे। इसके बाद उसने अपना गैंग बना लिया। फिर वह खुद को बचाने के लिए दुबई और फिलीपींस में छिप गया।
Reported By: Rajesh Soni
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