Emirates : मुंबई में एक प्रतिष्ठित खाद्य उत्पादन कंपनी के निदेशक एक परिष्कृत मैन-इन-द-मिडल (MITM) साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गए, जिसमें उन्हें लगभग ₹14 लाख का नुकसान हुआ। यह ठगी दुबई स्थित एमिरेट्स एयरलाइन के नाम पर की गई, जिसमें कंपनी को फर्जी वेंडर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के तहत रिफंडेबल फीस जमा करने को कहा गया।
यह घटना फरवरी 2025 में सामने आई जब पीड़ित को ईमेल के जरिए किसी अब्दुल्ला मंसूर नामक व्यक्ति ने संपर्क किया, जिसने खुद को “एमिरेट्स फ्लाइट कैटरिंग” का अधिकारी बताया। ईमेल में एक वेंडर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भेजा गया और बताया गया कि कंपनी को रजिस्ट्रेशन के लिए $16,200 यानी लगभग ₹14 लाख का 100% रिफंडेबल डिपॉजिट जमा करना होगा। (Emirates)
चूंकि शिकायतकर्ता की कंपनी पहले एमिरेट्स के साथ काम कर चुकी थी, उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं हुआ और उन्होंने मांगी गई राशि भेज दी। हालांकि, मार्च के पहले सप्ताह में जब उन्होंने असली एमिरेट्स अधिकारी से संपर्क किया, तब उन्हें पता चला कि ऐसा कोई कर्मचारी कंपनी में नहीं है और यह पूरा मामला एक सुनियोजित धोखाधड़ी था।
शिकायतकर्ता ने बताया कि धोखेबाज ने बेहद पेशेवर ढंग से ईमेल और दस्तावेज तैयार किए थे। यहां तक कि वह असली अधिकारी एफ मसूर की पहचान का उपयोग कर रहा था, जिससे पहचान करना बेहद मुश्किल था। उन्होंने कहा, “यह धोखाधड़ी इतनी सधी हुई थी कि हम जैसे पुराने सप्लायर भी फर्क नहीं समझ पाए।” इस मामले में पीड़ित ने मार्च के आखिरी सप्ताह में साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस अब ईमेल के स्रोत और बैंक ट्रांजैक्शन के आधार पर जांच कर रही है। (Emirates)
इस घटना ने एक बार फिर साइबर सिक्योरिटी की गंभीरता को उजागर किया है, खासकर व्यवसायिक दुनिया में, जहां अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के नाम पर कई बार इस तरह की ठगी की जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी तरह की बड़ी पेमेंट से पहले संबंधित कंपनी से सीधे संपर्क कर पुष्टि करना जरूरी है।
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