मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह मुंबई पहुंच गए हैं। कई बार तलब किए जाने के बावजूद गोरेगांव वसूली मामले में पेश नहीं होने पर मुंबई फोर्ट कोर्ट ने उन्हें फरार घोषित कर दिया था। आखिरकार आज सुबह परमबीर सिंह ने कांदिवली क्राइम ब्रांच यूनिट 11 के कार्यालय में हाजिरी लगाई। डीसीपी और क्राइम ब्रांच के अधिकारी सिंह से एक वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर के केबिन में पूछताछ कर रहे हैं। परमबीर के साथ उनके वकील भी हैं। क्राइम ब्रांच ऑफिस के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
परमबीर सिंह पर मुंबई और ठाणे में फिरौती और जातीय अपशब्दों सहित अन्य आरोपों के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। शीर्ष अदालत ने सोमवार को फिरौती मामले में परमबीर सिंह को गिरफ्तारी से राहत दे दी। साथ ही कोर्ट ने उन्हें जांच में शामिल होने का आदेश दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने परमबीर सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। झूठी एफआईआर की मदद से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए इंस्पेक्टर भीमराज घाडगे ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी।
मनसुख हिरेन की हत्या और अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के आरोप में सचिन वेज़ को गिरफ्तार किए जाने के बाद परमबीर सिंह का तबादला कर दिया गया था। उसके बाद परमबीर सिंह और तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए। परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की अवैध वसूली का टारगेट दिया था। इसलिए देखना होगा कि आगे की जांच में यह मामला क्या मोड़ लेता है?
Report by : Rajesh Soni