देश की राजधानी दिल्ली(Delhi) के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन हिंसा भड़क गई थी। हनुमान जयंती के दिन शोभायात्रा में पत्थरबाजी की घटना हुई थी। वहीं हिंसा के दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे। और एक दूसरे पर पथराव करने लगे। इस हिंसा में पुलिस के जवान भी घायल हो गए। इस हिंसा को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं महाराष्ट्र में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हनुमान चालीसा और भोंगा का मुद्दा उठाया हुआ है। महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर सियासत गरमाई हुई है। वहीं अब लाउडस्पीकर का मुद्दा यूपी तक पहुंच गया है। यूपी सरकार ने प्रदेश में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर गाइडलाइन्स जारी कर दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अब प्रदेश में कोई भी धार्मिक यात्रा बिना प्रशासन की अनुमति के नहीं निकाली जा सकती है। वहीं धार्मिक स्थलों के बाहर लाउडस्पीकर की आवाज भी नहीं जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्माद और अफवाह फैलाने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वो किसी भी पक्ष का हो।
वहीं प्रदेश में बिना अनुमति जुलूस या धार्मिक जुलूस नहीं निकालना चाहिए। अनुमति भी उन्हीं जुलूस को दी जानी चाहिए जो पारंपरिक हों। वहीं किसी भी नई परंपरा को शुरू करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। नए आयोजन की अनुमति नहीं दी जाए।
मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया, ‘कोई भी जुलूस/धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के नहीं निकाला जाना चाहिए। अनुमति से पूर्व आयोजकों से शांति एवं सद्भाव का शपथ पत्र लिया जाना चाहिए। धार्मिक जुलूस जो पारंपरिक हैं उन्हें ही अनुमति दी जाए। नए आयोजनों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
इसी बीच योगी सरकार का यह आदेश ऐसे समय में आया है। जब रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर देश के विभिन्न राज्यों में जुलूसों के दौरान हिंसा की घटनाएं हुईं थी। इसके अलावा दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा हुई थी।
Reported By :- Rajesh Soni