चक्रवाती तूफान (Taute) ताउते बीते तो कुछ समय हो गया हैं किंतु उसका असर अभी तक खत्म नहीं हुआ। ताउते तूफान के कारण अरब सागर में बार्ज और टग हादसे में 274 कर्मचारियों की बह जाने की खबर आई थी जिसमें से आज 188 को जिंदा निकाला गया जबकि 86 के शव बरामद हुए हैं। चार पाँच दिन तक पानी में रहने की वजह से 86 शव में से 31 शवों को पहचानना मुश्किल हो गया हैं। शवों की हालात इतनी खराब हो चुकी हैं कि शरीर, चेहरा देख कर पहचान पाना मुश्किल हैं इसलिए कोई अपने भाई के लिए तो कोई अपने पिता का शव पहचानने के लिए डी एन ए सैंपल लेकर आए थे। पलविंदर सिंह अपने छोटे भाई की तस्वीर हाथ में लेकर खुद को रोक नहीं पाए और कहे कि हमने ज़िंदा इंसान दिया था, ये बॉडी दिखा रहे हैं। कोई इसका जिम्मा नहीं उठाता बस बोलेंगे आओ बॉडी को आइडेंटीफाय करो।
उत्तरप्रदेश का 10 साल का दिव्यांशु अपने पिता को देखने से पहले ही नाम सुन कर फुटकर रोने लगा। वो भी जौनपुर से मुंबई अपने मामा के साथ डीएनए देने के लिए आए थे। संतोष के रिश्तेदार अनिल कहते है कि,” संतोष का अभी तक कुछ नहीं पता चल पाया हैं, उनका बेटा दिव्यांश खुद को संभाल नहीं पा रहा हैं।”
जे जे मार्ग पर पीड़ितों के लिए हेल्प डेस्क बना दी गई हैं और सभी शवों को लाकर वहीं रख दिये गए हैं, परंतु अभी भी 31 शवों की पहचान नहीं हुई हैं। मुंबई पुलिस ने बार्ज P305 के कप्तान के खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया हैं। किंतु जानकारों का कहना हैं कि P305 बार्ज पर कप्तान नहीं बल्कि मास्टर होता हैं। बार्ज को खींचने के लिए टग की आवश्यकता होती हैं क्योंकि उसमें अपना इंजन नहीं होता हैं। और फैसला वो नहीं ले सकता था।
फॉरवर्ड सीमेंस यूनियन ऑफ इंडिया के महासचिव मनोज कुमार यादव का कहना हैं कि, बार्ज मास्टर को कप्तान नहीं बोलूँगा , मास्टर मैनेजमेंट पर पूरी तरह से निर्भर था। अगर आप उन्हें जानकारी भी देते की आप जहाज लेकर निकलिए तो वह संभव नहीं होता क्योंकि उस जहाज में प्रोपेलर नहीं रहता। वो खुद जहाज नहीं चला सकता था क्योंकि उसे टग की आश्यकता रहती हैं जो कि चार्टर्ड और मैनेजमेंट तय करता है।
बात सिर्फ यही नहीं हैं कि चक्रवाती तूफान ताऊते की जानकारी होने के बाद भी जहाज संमुद्र के अंदर ले जाने से क्यों नहीं रोका गया बल्कि इस पर भी आशंका जताई जा रही हैं कि बार्ज का पुराना होना, ब्लैक लिस्टेड कंपनी द्वारा खरीदा जाना और उसके फिटनेस पर भी काफी प्रश्न उठ रहे हैं। ज़रूरी अनुमति, बार्ज और बेस के बीच हुई वार्तालाभ से जुड़े सारी बातों का कड़ा जाँच होने के बाद ही पुलिस कार्रवाई करेगी।
Report by : Sakshi Sharma
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