कोरोना (Corona) की जानलेवा दूसरी लहर ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में बहुत ज्यादा हाहाकार मचाया था। इस जानलेवा लहर ने हजार लोगों की जान ले ली। वहीं राज्य में कोरोना की दूसरी लहर ने कई बच्चों के सर से मां-बाप का साया भी छीन लिया। कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बाल एवं महिला विकास मंत्रालय को सहायता प्रदान करने के लिए नीति बनाने को शुक्रवार को निर्देश दिए हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में महामारी के चलते लगभग 2 हजार 290 बच्चे अपने पिता, माता या दोनों को गंवा चुके हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों का 12 वीं तक का पढ़ाई का खर्च उठाएगी।
ठाकरे ने बाल एवं विकास मंत्रालय के कार्यक्रमों और नीतियों पर चर्चा के लिए बुलाई गई मीटिंग में कहा कि, ‘इन बच्चों की जरूरतों पर विचार करने के बाद एक नीति बनाई जानी चाहिए। इन बच्चों को महाराष्ट्र सरकार राहत प्रदान करने के मामले पर चर्चा करेगी।
ठाकरे ने आगे कहा कि, कोविड 19 को लेकर गठित किये गए कार्यबल और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बच्चों की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
वहीं आज महाविकास आघाडी सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्री यशोमति ठाकुर ने राज्य में कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों के बैंक खाते में पांच लाख रुपये जमा करने की बात कही।
Report by : Rajesh Soni
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