कोरोना (Corona) की जानलेवा दूसरी लहर के दौरान महाराष्ट्र (Maharashtra) के लोगों को भी मेडिकल ऑक्सीजन के लिए बहुत ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि उद्धव सरकार के कड़े प्रतिबंधों के चलते महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आती हुई नजर आ रही है। पर अब तक कोरोना का खतरा टला नहीं है। अब प्रशासन को कोरोना की तीसरी लहर का डर सताने लगा है। वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीसरी लहर कोरोना की दूसरी लहर से खतरनाक साबित हो सकती है।
इसी वजह से सरकार तीसरी लहर के लिए तैयारियों में जुट गई है। ताकि कोरोना मरीजों को फिर से ऑक्सीजन के लिए दर बदर भटकना ना पड़ें। इसी वजह से सरकार विदेशों से भी ऑक्सीजन की आपुर्ति कर रही है। इसी कड़ी में भारतीय नौ सेना का जहाज त्रिकंड रविवार को 40 मैट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन लेकर मुम्बई पहुंचा। इस बारे में एक अधिकारी ने जानकारी दी।
कोरोना महामारी से लड़ने के लिए चलाए जा रहे ‘समुद्र-सेतु-दो’ मुहिम के तहत यह जहाज ऑक्सीजन लेकर आया है। इस बारे में नौसेना के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए लिखा कि, ‘कोरोना राहत वस्तुएं लाने के शुरू किए गए ‘समुद्र-सेतु-दो’ मुहिम के तहत इंडियन नेवी का जहाज त्रिकंड रविवार को कतर से मुम्बई पहुंच गया है। यह जहाज दो कंटेनरों में 20-20 मैट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और ऑक्सीजन के 100 सिलिंडरों को लेकर आया है।’
दक्षिण पूर्वी एशिया और फारस की खाड़ी के भारत के मित्र राष्ट्रों से मेडिकल इक्विपमेंट और लिक्विड ऑक्सीजन लाने के लिए समुद्री सेतु मुहिम के तहत आईएनएस त्रिकंड समेत 9 जहाज लगाए गए हैं। भारत में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान बढ़ते मामलों के कारण ऑक्सीजन की आपुर्ति के लिए ‘समुद्र-सेतु-दो’ अभियान शुरू किया गया था।
Report by: Rajesh Soni
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