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समुद्री तूफान ‘ताऊते’ ने की मुम्बई से सटे पालघर जिले के 900 गांवों की बिजली गुल!

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समुद्री तूफान ‘ताउते’ (Taute) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के तटीय जिलों में तांडव मचाया था। वहीं इस तूफान से हुए नुकसान का असर अब तक दिखाई दे रहा है। तेज हवा और आंधी के कारण महाराष्ट्र के तटीय जिलों के कई हजारों गांवों के बिजली के तार टूट गए। जिसके कारण बिजली की व्यवस्था लगभग पूरे तरीके से चरमरा गई है।

मुम्बई से सटे पालघर जिले में शहर के साथ -साथ कई गांव के लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हैं। तूफान के गुजरने के छह दिन बाद भी बिजली की सप्लाई को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। वहीं बिजली ना होने के कारण लोगों के कई जरूरी काम अटके हुए हैं। इन्हीं परिस्थितियों के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, ताउते तूफान ने पालघर जिले में भारी तबाही मचाई है। पालघर जिले में जोरदार बारिश और तेज हवाओं के कारण लोगों के घर के छप्पर, बिजली के खंभे, सड़कों पर जलभराव, पेड़ गिरे और सड़कों के किनारे पर लगे हुए होर्डिंग्स को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है।

पालघर जिले में लोग सबसे ज्यादा बिजली को लेकर परेशान हो रहे हैं। पालघर जिले के सबसे बड़े शहर वसई-विरार में लगभग तीन दिन बाद बिजली की सप्लाई शुरू की गई। लेकिन अभी भी ज्यादातर लोग बिजली के लिए परेशान है। इसी तरह पालघर जिले के सैंकड़ों गांव के लोग अब तक अंधेरे में जीने के लिए मजबूर हैं। बिजली नहीं होने के कारण गरीबों लोगों को बहुत ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

विरार पूर्व स्थित सहकार नगर, फुलपाडा, गांधी चौक, भाटपाडा, गडगा पाडा, कुम्भार पाडा, कनेर, बावखल पाडा, विरार फाटा, शिरसाड, मांडवी, पारोल, शिवणसाई, उसगांव, सकवार, भालीवली आदि क्षेत्रों में अब तक बिजली नहीं आई है। इसी तरह अब तक पालघर जिले के हजारों गांवों में बिजली गुल है। जिसके कारण गांव में रहने वाले गरीबों को बिजली ना होने के कारण काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं तूफान से क्षतिग्रस्त हुए गांवों का दौरा नेतागण लगातार कर रहे हैं। पर इन गांवों में अब तक बिजली को बहाल नहीं किया जा सका है।

इस बीच पालघर महावितरण के अधीक्षक अभियंता किरण नागावकर ने जानकारी दी कि, ताउते तूफान से पालघर जिले के लगभग 900 गांवों की बिजली प्रभावित हुई है। जिसमें से 800 गांवों में बिजली सप्लाई को फिर से शुरू कर दिया गया है। बिजली की समस्या को जल्द से जल्द दूर करने के लिए महावितरण के 425 कर्मचारी के साथ-साथ ठेके पर काम करने वाले 525 लोग मरम्मत के काम में लगे हुए हैं। इस तूफान के कारण महावितरण को लगभग 5 करोड़ 25 लाख रुपयों का नुकसान हुआ है।

Report by : Rajesh Soni

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