महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने करोना की जानलेवा दूसरी लहर को रोकने के लिए राज्यव्यापी लॉकडाउन लगाया था। हालांकि अब राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है । पर अब तक महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आम लोगों की सहारा माने जाने वाली लोकल ट्रेन शुरु नहीं हुई है। जिसके कारण गरीब मुंबईकर बहुत ज्यादा परेशान है । अब गरीब मुंबईकरों को की परेशानी का आलम यह है की इनके सामने भूखमरी की समसिया उत्पन्न हाे गई है।
आज ऐसे ही एक उत्तर मुंबई के बोरीवली पश्चिम में गरीब मस्क बेचने वाले ने मेट्रो मुंबई के रिर्पोटर स्वाती द्विवेदी और प्रीती विश्वकर्मा के सामने अपनी तकलीफ को बयां किया है। इस गरीब मास्क बेचने वाले का धंधा भी आम लोगों के लिए लोकल ट्रेन ना शुरू होने के कारण लगभग खत्म हो चुका है।
अरुण दिवेचा नाम के इस गरीब मास्क बेचने वाले व्यक्ती ने मेट्रो मुंबई को बताया कि, मेरे परिवार मैं मेरे अलावा मेरा एक भाई और एक बहन है । पहले में लोकल। ट्रेन मै मास्क बेचने का धंधा करता था । पर अब लोकल ट्रेन बंद होने के कारण मेरा धंधा बिल्कुल
ठप पड़ गया है ।अब सिर्फ मेरा रोजाना ५० रुपए का धंधा हो रहा है । इन्हीं पैसे से किसी तरह हम अपना पेट पाल रहे हैं । पहले लोकल ट्रेन बंद होने से पहले उसकी ठीक ठाक कमाई हो जाती थी। पर अब महज ५० रुपए में उसे अपना घर चलाना पड़ रहा है।
इसी तरह लोकल ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति नहीं मिलने से मुम्बई, ठाणे और पालघर जिले में रहने वाले लाखों लोग परेशान है। क्योंकि गरीब लोगों के पास लोकल ट्रेन ही सस्ते रेट में यात्रा करना का एकमात्र माध्यम है। इसलिए गरीब लोग लगातार राज्य सरकार से आम लोगों के लिए लोकल ट्रेन शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
रिर्पोट – स्वाती द्विवेदी/ प्रीती विश्वकर्मा।
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