महाराष्ट्र में एक बार फिर शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के लेटर बम के बाद राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है। सरनाईक ने अपने पत्र में एनसीपी (NCP) पर शिवसेना को कमजोर करने का आरोप लगाया था। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक हलचल के बीच शिवसेना के कद्दावर नेता संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है।
संजय राउत ने कहा कि, ‘महाविकास आघाडी सरकार के तीनों घटक दल मजबूती के साथ एक दूसरे के साथ जुड़े हुए है। हर एक दल अपनी पार्टी के बारे में सोचता है, हम भी हमारे दल के बारे में सोचते है। कौन कैसे लड़ेगा? इस पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। इसको लेकर सही समय पर फैसला करेंगे। एमवीए के तीनों दलों की प्रतिबद्धता सरकार पांच वर्ष चलाने की है। यह तीन दलों का समन्वय एक आदर्श समन्वय है।
प्रताप सरनायक की चिट्ठी के बारे में विधायक ही बता सकते हैं, वे संकट में हैं। और उनकी परेशानी का कारण, उन्होंने अपने पत्र में बताया है। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि भाजपा बिना किसी कारण के उन्हें परेशान करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी का इस्तेमाल कर रही है। उनका कहना है कि इस समस्या से निजात पाने के लिए हमें मोदी का साथ देना चाहिए।
यह उनकी राय है लेकिन पार्टी की भूमिका पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा सभी के साथ चर्चा करने के बाद तय की जाती है। और यह निर्णय लेने का अधिकार सीएम ठाकरे का है। इस संकट से कैसे निपटा जाए? इस पर पूरी शिवसेना पार्टी सरनाइक के साथ है।
मुझे नहीं लगता कि समन्वय की कमी है। “महा विकास अघाड़ी में कोई भ्रम नहीं है। सरनाईक ने पत्र में उनको दी जा रही तकलीफ के बारे में जिक्र किया गया है।इसका अध्ययन मीडिया और महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल पार्टियों को करना चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पहले ही अनावश्यक परेशानी का अनुभव किया है। लेकिन अब महाविकास आघाडी सरकार के कुछ नेता भी परेशानी का सामना कर रहे हैं।इस पार्टी में हम आज से काम नहीं कर रहे हैं। हमारे बाल सफेद हो गए हैं। और अब फिर से काले हो रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा क्या जेल में डालेंगे, हम तैयार है।हम महाभारत के योद्धा हैं और मेरा नाम संजय है। आज योग दिवस देगा विपक्षी सरकार को सलाह।
Report by : Rajesh Soni
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