कल से आज तक यदि किसी शब्द को राष्ट्रीय अवार्ड देने के लिए नॉमिनेट किया जाता है तो वह शब्द निश्चित रूप से चूक होता। चूक ना केवल राष्ट्रीय अवार्ड के लिए नॉमिनेट होता। बल्कि यह कम से कम चार पांच नेशनल अवार्ड हो हासिल कर ही लेता ।
वैसे चूक का इतिहास पुराना है। लेकिन जब से यह शब्द पीएम मोदी के मुखारबिंद से निकला है,यह पंजाब से निकल कर राष्ट्रीय स्तर पर पर चर्चाओं में है। आज खुद राष्ट्रपति इस पर अफसोस जता चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट इस पर कल चर्चा करेगी। पंजाब सरकार को इस शब्द से कल से एलर्जी हो गई है। कल से तमाम मीडिया चूक के इर्दगिर्द घूम रही है। चूक की वजह से पंजाब सरकार खतरे में आ गई है।
चूक पर इतनी बहस हो चुकी है कि वह दो दिन में चूक के सारे रिकार्ड तोड़ चुकी है। अब चूक से भी आगे से कोई चूक ना हो इस पर ध्यान देने की जरूरत है। वर्ना फिर बड़ी चूक हो सकती है।
Reported By – Hitendra Pawar
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