परमबीर सिंह (Parambir Singh) के लेटर बम के बाद महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक हडकंप मचा हुआ है। भाजपा समेत सारे विपक्षी दल ठाकरे सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अब इस कड़ी में देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravishankar parsad) का नाम भी जुड़ चुका है। उन्होंने सचिन वाझे की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं।
देश के कानून मंत्री ने लिखा कि, ‘मुम्बई शहर के पूर्व पुलिस आयुक्त के लेटर को लेकर देश में हंगामा बरपा हुआ है। कमिश्नर ने बताया कि गृहमंत्री अनिल देशमुख उन्हें हर महीने 100 करोड़ रुपयों का जुटाने का टारगेट देते थे। भाजपा की ओर से प्रश्न है कि सचिन वाजे की बहाली किसके प्रेशर में की गई थी?
कानून मंत्री ने आगे कहा कि, ‘इसके अलावा एक बड़ा सीरियस प्रश्न है कि सौ करोड़ रुपए मुम्बई से वसूलने का लक्ष्य था, तो हमारे उद्धव ठाकरे और शरद पवार (Ravishankar parsad) जी से अनुरोध है कि सम्पूर्ण महाराष्ट्र में कितनी वसूली करने का लक्ष्य था? दोनों इसके बारे में लोगों को जानकारी दें। अगर एक मंत्री को 100 करोड़ वसूलने का लक्ष्य दिया गया था तो, बाकी नेताओं को क्या टारगेट दिया गया था?
बता दें कि, कल यानी शनिवार को मुम्बई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह (Parambir Singh) ने उद्धव ठाकरे को लिखे लेटर में अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा था कि, ‘अनिल देशमुख ने वाझे को वसूली के रूप में हर महीने 100 करोड़ रुपयों का टारगेट दिया था। पर परमबीर सिंह (Parambir Singh) के आरोपों को अनिल देशमुख ने झूठा और मनगढ़ंत करार दिया। वहीं अनिल देशमुख ने परमबीर (Parambir Singh) पर मानहानि केस ठोकने की बात तक कह डाली।
इसके अलावा कल उद्धव ठाकरे ने खुदकी सरकार का बचाव करते हुए कहा था कि, ‘परमबीर सिंह के लेटर पर परमबीर सिंह के हस्ताक्षर नहीं थे और इसे किसी अनजान मेल आईडी से भेजा गया है। वहीं राज्य में जारी राजनीतिक हड़कंप के बीच परमबीर सिंह (Parambir Singh) ने आज स्पष्ट किया है कि मेरी ओर से जो लेटर भेजा गया है, वो एकदम सही है।
Report by: Rajesh Soni
Also read:राज्य में बेकाबू हुआ कोरोना, लॉकडाउन