महाराष्ट्र (Remdesivir Injection) के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए उपयोगी रेमेडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की भारी कमी है। इस बीच बीएमसी द्वारा दावा किया जा रहा है कि उनके अस्पतालों में रेमेडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कोई कमी नहीं है। बीएमसी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में रेमेडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) का स्टॉक उपलब्ध है।
मालूम हो कि, मुम्बई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की किल्लत महसूस की जा रही है। इस समस्या को दूर करने के लिए एफडीए द्वारा कठोर एक्शन लिया जा रहा है। हालही में एफडीए ने एक परिपत्रक जारी कर मुम्बई के गैर कोरोना हॉस्पिटलों में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की सप्लाई पर रोक लगा दी है।
इस रोक के बावजूद मुम्बई के निजी अस्पतालों में अभी भी रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी बरकरार है। लेकिन बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने सरकारी अस्पतालों में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की किल्लत ना होने का दावा किया है।
बीएमसी के अतिरिक्त कमिश्नर ने बताया कि, बीएमसी के पास इंजेक्शन की प्रयाप्त स्टॉक मौजूद है। हर दो से तीन दिनों में हॉस्पिटलों में ऑक्सिजन और दवाइयों को लेकर रिव्यु बैठक की जाती है। काकानी के अनुसार, बीएमसी अस्पतालों में रोजाना ढाई से तीन हजार रेमडेसिवीर इंजेक्शन का उपयोग होता है। मांग के मुताबिक, बीएमसी ने हॉस्पिटलों में स्टॉक उपलब्ध करा रखा है।
वहीं राज्य सरकार ने खुले बाजार में मेडिकल स्टोर्स पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की बिक्री पर सोमवार से प्रतिबंध लगा दिया है। अब इस दवाई के निर्माता कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटर के मार्फत इसकी सप्लाई डायरेक्ट हॉस्पिटलों को ही करेंगे। यह फैसला राज्य सरकार द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कलाबाजरी रोकने और कोरोना संक्रमित मरीजों के परिवारजनों की परेशानी को कम करने के लिए किया जाएगा।
Report by : Rajesh Soni
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