पूर्व सांसद और बीजेपी नेता नीलेश राणे (Nilesh Rane) ने एक बार फिर शिवसेना पर तीखा हमला बोला है। नीलेश राणे ने शिवसेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि चिपलून में बाढ़ ग्रस्तों की मदद के नाम पर शिवसेना ने मुंबई में एक नया रिकवरी अभियान शुरू किया है। इसकी जानकारी मुंबई के कुछ व्यापारियों द्वारा दी गई है।
शिवसेना फिलहाल मुंबईकरों से बाढ़ के नाम पर वसूली अभियान चला रही है।नीलेश राणे ने कहा, यह शिवसेना का एक तरह का नया रिकवरी अभियान है। वहीं नीलेश राणे ने मुंबईकरों से पूछा कि वे कब तक शिवसेना को खिलाएंगे?
वहीं नीलेश राणे ने पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे की भी कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि, ‘क्या आदित्य ठाकरे को देखकर शिवसेना और बालासाहब की याद आती है? आदित्य ठाकरे को देखकर मुझे सुशांत सिंह मर्डर केस याद आता है। मुझे बोतल और गिलास याद आती है।
उन्होंने उस पार्टी में विश्वास पर भी सवाल उठाया, जहां बालासाहेब मौजूद नहीं हैं। हमारा विश्वास बालासाहेब के चरणों में था। शिवसेना ने कोई संतुलन नहीं रखा। सभी अमराठी लोग अब शिवसेना भवन में नजर आएंगे। वहां आने वाले सभी लोग बिलिंग के लिए आते हैं। नीलेश राणे ने यह भी कहा कि मातोश्री में बैग लाने वाले को ही प्रवेश मिल रहा है।
इस बीच आरोप है कि चिपलून में बाढ़ पीड़ितों को दिए गए चेक कल वापस ले लिए गए। यानी एक हाथ से दें दूसरे हाथ से लें। ठाकरे सरकार के ‘ले एंड टेक’ का अर्थ है, एक दिन देना और अगले दिन वापस लेना। ठाकरे सरकार ने बाढ़ पीड़ितों का मजाक उड़ाया है। नीलेश राणे ने यह भी कहा था कि ठाकरे सरकार ने दुनिया में नीच पने की हद पार कर दी, उसने हर चीज का इस्तेमाल किया।
Report by : Rajesh Soni