महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA) के विधायक, मंत्री और पार्टी नेता बताते हैं कि गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। लेकिन हकीकत में तस्वीर कुछ और ही है। क्योंकि परभणी के शिवसेना सांसद संजय जाधव के एक विस्फोटक वीडियो क्लिप ने एनसीपी-शिवसेना के संघर्ष को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
दरअसल, शिवसेना सांसद संजय जाधव एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने एनसीपी वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री छगन भुजबल का बाप तक निकाल दिया। जाधव यहीं नहीं रुके उन्होंने एनसीपी को डूबाने तक की बात कह डाली।
किसी मामले पर बोलते हुए संजय जाधव ने छगन भुजबल पर हमला बोल दिया। कमिश्नर के आदेश के बावजूद भुजबल ने इसके खिलाफ पत्र लिखा, जैसे भुजबल की बाप की जागीर हो। ऐसा बोल कर उन्होंने अपने मन की भड़ास बाहर निकाली।
एक मामले में, हमने अपनी प्रतिष्ठा धूमिल की और आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई। आयुक्त ने आदेश दिया, “दुकानदार को दुकान बहाल कराओ और उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करो”। इतना सब होते हुए भी भुजबल ने एक पत्र दिया और कहा, “दूसरे की अस्थाई दुकान दूसरे से जोड़ दो।” जैसे कि यह भुजबल की पिता की संपत्ति हो।
“याद रखें कि हमारी भावनाएं भी प्रभावित होती हैं। अंत में कुछ सीमाएँ हैं। कब तक चुप बैठूं, कब तक सहूं। याद रखें कि जब डूबने का समय आता है तो बंदर भी अपनी नींव रखता है। इसलिए मैं आपको बताता हूं कि हम एनसीपी को किसी भी समय अंडरफुट में डाल सकते हैं, उन्होंने एनसीपी को सीधी चेतावनी देते हुए कहा।
Report by : Rajesh Soni
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