महाराष्ट्र (Maharashtra) में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने बहुत ज्यादा तबाही है। प्रदेश के 11 जिले बाढ़ से बुरे तरीके से प्रभावित हुए हैं। अब तक बाढ़ और भूस्खलन के कारण महाराष्ट्र में करीब 200 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। महाराष्ट्र में बाढ़ और भूस्खलन से सबसे ज्यादा कोंकण और पश्चिम महाराष्ट्र के जिले प्रभावित हुए हैं। वहीं पिछले कुछ दिनों से बाढ़ पीड़ितों का दर्द बांटने के लिए नेताओं का तांता लगा हुआ है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लगातार दो दिन कोंकण के बाढ़ ग्रस्त ज़िलों का दौरा कर पीड़ितों का दर्द बांटा था। वहीं कल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पश्चिम महाराष्ट्र के बाढ़ग्रस्त सांगली जिले का दौरा किया था। इसके अलावा आज अजित पवार बाढ़ ग्रस्त कोल्हापुर जिले के दौरे पर हैं। इनके अलावा आज महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी भी कोंकण के बाढ़ ग्रस्त जिलों का दौरा कर पीड़ितों से मिलने वाले हैं।
आज राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी एक दिवसीय कोंकण के बाढ़ ग्रस्त रत्नागिरी और रायगढ़ जिले के बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनका दर्द बाटेंगे। इसके अलावा राज्यपाल प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्य का भी जायजा लेंगे। वहीं राज्यपाल बाढ़ और भूस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित चिपलुन और तलिये गांव का भी दौरा करेंगे।
बता दें कि, इससे पहले कल महाराष्ट्र सरकार की तरफ से बाढ़ ग्रस्तों के लिए मदद का एलान किया गया था। जिसके तहत राज्य सरकार की तरफ से जिन लोगों के घर और दुकानों में पानी घुसा था। ऐसे पीड़ितों को राज्य सरकार 10 हजार रुपयों की फौरन आर्थिक मदद देगी। वहीं अन्य बाढ़ पीड़ितों को राज्य सरकार राशन खरीदने के लिए 5 हजार रुपये देगी। सरकार द्वारा राशन में 10-10 किलो गेंहू/चावल, 5-5 किलो दाल/केरोसिन दिया जाएगा।
Reported By – Rajesh Soni
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