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मुम्बई लोकल में फर्जी आईडी कार्ड के साथ यात्रा करना पड़ेगा महंगा

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मुंबई लोकल को लेकर जल्द ही बड़ी खुशखबरी, वेस्टर्न लाइन पर बढ़ेगी लोकल की संख्या

यह आप जो मुम्बई (Mumbai) लोकल (Local) में भीड़ देख रहे हो वो कोई दो साल पुरानी नहीं बल्कि वर्तमान समय की है। मुम्बई लोकल में आम लोगों के प्रवेश पर बैन होने के बावजूद बड़े पैमाने पर धड़ल्ले से लोग यात्रा कर रहे हैं। जी हां ऐसा हो रहा है और बिना कोई खौफ के हो रहा है। अब ऊपरवाला ही कोरोना की तीसरी लहर से मुम्बई को बचा सकता है।

मुम्बई में कोरोना की जानलेवा दूसरी लहर काफी हद तक काबू में आ चुकी है। लेकिन इस बावजूद राज्य सरकार आम लोगों को मुम्बई लोकल में यात्रा करने की अनुमति नहीं दे रही है। कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार आम आदमी को मुम्बई लोकल में यात्रा करने की अनुमति देकर किसी तरह का रिस्क नहीं उठाना चाहती है। क्योंकि पिछले साल अनलॉक के बाद लोकल ट्रेन में बेहताशा भीड़ कोरोना की दूसरी लहर के लिए एक्सपर्ट्स द्वारा जिम्मेदार बताई गई थी।

मुम्बई लोकल में आम लोगों की यात्रा करने पर प्रतिबंध होने के बावजूद बड़े पैमाने में मुम्बई, पालघर और ठाणे के लोग फर्जी आईडी के सहारे मुम्बई लोकल में यात्रा कर रहे हैं। जिसके कारण लगातार लोकल ट्रेन में यात्रियों की भीड़ बढ़ते जा रही है। अप्रैल में लागू किये गए लॉकडाउन के बाद से राज्य सरकार ने आम आदमी के लोकल ट्रेन में प्रवेश पर बैन लगा रखा है। फिलहाल मुम्बई लोकल ट्रेन में अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े यात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति है। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही एक बार फिर आम लोग काम धंधे के चक्कर में बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं।

सेंट्रल लाइन पर फर्जी आईडी या बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 50 दिनों में 3 हजार से ज्यादा लोगों को फर्जी आईडी के साथ यात्रा करते हुए पकड़ा गया है। इस हिसाब से रोजाना 50 से 70 लोग फर्जी आईडी के साथ पकड़े जा रहे हैं। इन फर्जी पहचान पत्र वालों पर डीएमएम कानून के तहत दंडात्मक कार्रवाई भी की जा रही है। जिसके तहत अब तक फर्जी पहचान पत्र के सहारे यात्रा करने वाले लोगों से रेलवे ने 15 लाख से ज्यादा रुपये दंड के रूप में वसूले हैं।

वहीं मध्य रेलवे में बिना टिकट के यात्रा करने वाले यात्रियों से 8 करोड़ 14 लाख रुपए दंड के रूप में वसूले हैं। मध्य रेलवे के साथ- साथ पश्चिम रेलवे में भी फर्जी पहचान पत्र और बिना टिकट के सहारे यात्रा करने वाले यात्रियों पर कार्रवाई की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में वेस्टर्न रेलवे में भी लोकल ट्रेन में यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है।

आपको मालूम हो कि मुम्बई में फर्जी पहचान पत्र बनाने का गोरख धंधा चल रहा है। मुम्बई, ठाणे और पालघर में लोकल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए जरूरी प्राइवेट अस्पताल, सुरक्षा एवं दवा कंपनियों के आसानी से 500 रुपयों में पहचान पत्र बनाये जा रहे हैं।

महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने मुम्बई, ठाणे और पालघर जिले में अनलॉक की प्रक्रिय को कुछ शर्तों के साथ शुरू कर दिया है। जिसके बाद मुम्बई के गरीब लोग काम धंधे के लिए घरों से बड़े पैमाने पर बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में आम मुम्बईकर के पास लोकल के सिवाय सस्ता और सुविधाजनक यात्रा करने का दूसरा विकल्प नहीं है। मजबूरी में गरीब लोग फर्जी आईडी या बिना टिकट के मुम्बई लोकल में यात्रा कर रहे हैं। पकड़े जाने पर ये लोग 500 रुपये का दंड देकर छूट जाते हैं।

वर्तमान समय में मुम्बई के गरीब लोगों के पास लोकल में यात्रा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बड़ी संख्या में गरीब लोग मुम्बई से सटे ठाणे और पालघर जिले के दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं। ऐसे में इन लोगों के पास मुम्बई के अंदर प्रवेश करने के लिए लोकल ट्रेन के सिवा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।

Report by : Rajesh Soni

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