वैसे तो पूरी दुनिया के लिए कोरोनाकाल (Coronakal) किसी अभिशाप से कम नहीं रहा । किसी ने अपनी अपनी रोजी रोटी खोई तो किसी ने अपना सब कुछ खो दिया। किसी ने कोरोना (Corona) काल ने अपनों को खोया तो किसी ने अपनों को पराया होते भी देखा । बात वक्त की है। और वक्त को बदलते देर नहीं लगती । तकलीफ के दो साल गुजराने के बाद एक बार फिर लोगों का वक्त बदलने लगा है । कोरोनाकाल के बाद देश की किसी राज्य सरकार को बेरोजगारों पर रहम आया हो या नहीं । लेकिन महाराष्ट्र में कोरोना काल बेरोजगारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहा। जी हां हम बार कर रहे हैं एमपीएससी के जरिये रोजगार पाने वाले की। कोरोना के चलते यहां दो साल से MPSC की परीक्षाये नहीं हो पाए। जिसके चलते ऐसे लोगो की संख्या भी कमी नहीं है जिनकी सरकारी नौकरी उम्र की सीमा खत्म हो चुकी है या खत्म होने वाली है। ऐसे लोगों की जिंदगी में सीएम उध्दव ठाकरे का एक फरमान किसी वरदान से कम नही है । ठाकरे सरकार ने ऐसे लोगों को भी सरकारी नौकरी का एक और मौका दिया है जिनकी उम्र की सीमा खत्म हो गई है । ये संख्या कम या ज्यादा हो सकती है । लेकिन ठाकरे सरकार के एक फरमान ने लोगों में बड़ी उम्मीद जगाई है।
Reported By: Rajesh Soni