शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे अपने अंदाज से राजनीति करते थे। उनके बाद उद्वव ठाकरे भी अपने विरोधियों को एक सीमा तक ही बर्दास्त करते हैं । उसके बाद उन्हें सबक सिखाने में नहीं चूकते।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद अब उनके बेटे नीतेश राणे उद्वव ठाकरे के निशाने पर है। अभी कणकवली में एक शिवसैनिक पर अटेम्प्ट टू मर्डर केस में महाराष्ट्र पुलिस अंडरग्राउंड नीतेश राणे की तलाश में है।
यह केस तो महज बहाना है। नीतेश राणे उनके अनर्गल बयानों के कारण लम्बे अरसे से उद्धव और आदित्य ठाकरे के निशाने पर हैं । संयोग से शिवसैनिक पर जानलेवा हमले में नीतेश राणे का नाम आने के बाद अब उनकी सरगर्मी से तलाश जारी है।
अभी तक नीतेश राणे मुंबई हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत नही मिल पाई है । इसलिए नीतेश राणे अपनी गिरफ्तारी से बचते फिर रहे हैं। नारायण राणे से पहले उध्दव ठाकरे अर्णव गोस्वामी और कंगना रनौत को भी सबक सीखा चुके है।
अर्णव की एक पुराने केस में गिरफ्तारी के अलावा कंगना के घर पर बीएमसी का बुलडोजर चलवा कर उध्दव ठाकरे साबित कर चुके हैं यहां के हम हैं सिकन्दर ।
अब भाजपा की महाराष्ट्र सोशल मीडिया सेल के प्रभारी उध्दव ठाकरे की नाराजी झेल रहे हैं । क्योंकि उन्होंने उध्दव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे को महाराष्ट्र की राबड़ी देवी कहने की जुर्रत की थी। कई घण्टों की पुलिसिया पूछताछ के बाद अब किसी भी समय उनकी गिरफ्तारी की खबर आ सकती हैं ।
Reported By – Hitendra Pawar
Also Read – नवी मुंबई में फल व्यापारी ने की आत्महत्या