मुम्बई के झोपड़पट्टियों में जिंदगी गुजार बसर करने वाले गरीब मुंबईकरों की जिंदगी में पहले से काफी समस्याएं हैं। पानी से लेकर शौचालय तक के लिए झोपड़पट्टीवासियों को संघर्ष करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं के चलते और लोगों के जीवनस्तर को सुधारने के लिए सरकार द्वारा SRA परियोजना की शुरुआत की गई थी। लेकिन झोपड़पट्टी धारकों के लिए SRA परियोजना में घर हासिल करना ‘लोहे के चना’ चबाने से कम नहीं है।
वहीं घर मिल भी जाए तो, उस घर को बेचने और खरीदने के लिए झोपड़पट्टी धारक को ट्रांसफर फीस के तौरपर 1 लाख रुपयों की भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ती है। सरकार द्वारा घर बेचने-खरीदने पर इतनी ज्यादा ट्रांसफर फीस वसूलने को लेकर उत्तरमुम्बई के भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी ने नाराजगी जताई है। इसी वजह से आज गोपाल शेट्टी उत्तर मुम्बई के दहिसर स्थित उपजिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचे थे।
गोपाल शेट्टी ने दफ्तर के अंदर जाकर जानकारी दी कि, ‘यहां के दोनों बड़े अधिकारियों का ट्रांसफर हो गया है। और अभी तक नए अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की गई। साथ ही साथ मुम्बई में SRA परियोजना में घर बेचने और खरीदने को लेकर प्रपोसल काफी दिनों से प्रलंबित है। पिछले फड़णवीस सरकार में ट्रांसफर फीस को कम करने का प्रपोसल दिया गया था। नए सरकार ने उस प्रपोसल पर कोई खास ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने आगे कहा कि, ‘मैंने इससे पहले भी एक वीडियो बनाते हुए कहा था कि, ‘किसी भी झोपड़पट्टी धारक को पैसे देने की जरूरत नहीं है। अब अधिकारियों ने षड्यंत्र के तहत नोटिस लगाकर ट्रांसफर फीस फिर से वसूलना शुरू कर दिया है। जिसकी शिकायत मुझे BJP और शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई है। मैंने SRA को लेकर जो आंदोलन शुरू किया है। उसका बाद मुझे SRA के लॉ ऑफिसर रेड्डी ने मुझे दिया है।
शेट्टी ने आगे जानकारी दी कि, ‘रेड्डी ने उन्हें बताया कि हमने ट्रांसफर के प्रपोसल को सरकार के पास भेज दिया है। सरकार ने इसको मंजूरी दी नहीं है। पर यह डिप्टी कलेक्टर के लोग जनता को डराकर लोगों से एक लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। मैं राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार, इस विभाग के मंत्री जीतेन्द्र आव्हाड और नवाब मलिक से प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर लोगों को दिलासा देने की मांग करता हूं।
Reported By – Rajesh Soni
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